राम नगरी अयोध्या सज रही है। संवर रही है। 5-10 हजार करोड़ नहीं, बल्कि 32 हजार करोड़ से। इसमें राम लला के मंदिर की लागत अलग है। सरकार का टारगेट अयोध्या को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन हब बनाने का है। यह इसी से समझा जा सकता है कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस पूरे प्रोजेक्ट पर नजर रखे हुए हैं।
मंगलवार को पीएम ने अयोध्या के डेवलपमेंट को लेकर दिल्ली में मीटिंग की। इसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, अयोध्या कमिश्नर और डीएम भी पहुंचे। मंथन हुआ कि आखिर कैसे अयोध्या को और सुंदर और बेहतर बनाया जाए? सियासी लोग इस पूरी कसरत को 2024 के आम चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। चलिए, आपको अयोध्या के सबसे बड़े प्रोजेक्ट गिनवाते हैं…
अयोध्या में सरकार 320 करोड़ की लागत से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना रही है। दो फेज में इसे बनाया जा रहा। रनवे का काम लगभग पूरा हो चुका है। बिल्डिंग भी 80% तक तैयार है।
पर्यटन विभाग के मुताबिक, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले एयरपोर्ट स्टार्ट हो जाएगा। यानी जनवरी से पहले। एयरपोर्ट के सेकेंड फेज का निर्माण पूरा होने के बाद 700 से ज्यादा यात्रियों को हैंडल किया जा सकता है। एयरपोर्ट से 15 मिनट में राम मंदिर पहुंचा जा सकता है।
अयोध्या धाम बस स्टेशन को भव्य तरीके से तैयार किया जा रहा है। इसे 9 एकड़ में 219 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। जो लोग अपने निजी वाहन से अयोध्या आएंगे, वो जन्मभूमि से एक से डेढ़ किमी पहले पार्किंग में अपना वाहन खड़ा करेंगे। इसके बाद ई-रिक्शा से मंदिर तक जा सकते हैं।
अयोध्या जंक्शन के लिए 150 करोड़ का बजट दिया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 230 करोड़ कर दिया गया है। नए स्टेशन को भव्य तरीके से बनाया जा रहा है। करीब 10 हजार वर्ग मीटर में नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसमें सवा दो सौ कमरे, डॉरमेट्री, एस्केलेटर, फूड प्लाजा और 24 कोच के 3 प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
सरकार की योजना रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही इस नई स्टेशन बिल्डिंग को शुरू करने की है। पुरानी बिल्डिंग को पूरी तरह से तोड़ दिया जाएगा। ट्रेन से राम मंदिर जाने के 3 रास्ते हैं। काशी से आए, तो अयोध्या जंक्शन उतरेंगे। लखनऊ से आए तो अयोध्या कैंट और गोरखपुर से आ रहे हैं, तो रामघाट स्टेशन पर उतरेंगे। अयोध्या जंक्शन से राम मंदिर मात्र 800 मीटर की दूरी पर है। अयोध्या कैंट से इसकी दूरी 9 किमी और रामघाट से 3 किमी है।
योगी सरकार ने 20 से ज्यादा हॉस्पिटैलिटी कंपनियों लाइसेंस दिया है। अयोध्या में 20 फाइव स्टार होटल बनाए जाएंगे। इसमें ताज होटल समेत कई बड़े ग्रुप शामिल हैं। ताज ग्रुप ने तो जमीन भी तलाश ली है। ताज ग्रुप अयोध्या में जल्द 5-स्टार होटल बनाएगा। इसके अलावा विवांता 100 कमरे वाले और जिंजर 120 कमरों वाले होटल खोलेगी। यही नहीं, रेडिसन और ओयो ग्रुप भी लग्जरी होटल बनाने की तैयारी में हैं। इसके अलावा पर्यटकों के रोमांच के लिए क्रूज भी चलाए जाएंगे।
मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद रामनगरी में पर्यटक और श्रद्धालुओं की संख्या में दोगुना बढ़ोतरी हुई है। यही वजह है कि सरकार राम मंदिर बनने के बाद देश के सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं को अयोध्या में लाने की तैयारी में है। अफसरों का मानना है कि मंदिर बनने के बाद यहां हर महीने 1 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। यानी साल में 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे।