अटॉप्सी स्टाफ ने दिवंगत एक्टर सुशांत के केस पर खुलासा किया, उद्धव सरकार पर भरोसा नहीं था इसलिए सामने नहीं आया

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में कूपर अस्पताल के अटॉप्सी स्टाफ ने एक और चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने बताया है कि जब सुशांत की बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया तो उनकी आंख पर ऐसे निशान थे जिससे लगा उन्हें किसी ने कई मुक्के मारे हैं। वहीं, उन्होंने महाराष्ट्र की पिछली सरकार यानी उद्धव सरकार पर भी सवाल उठाए हैं।उन्होंने बताया कि मैं उस टीम का हिस्सा था जिसने सुशांत की बॉडी का पोस्टमॉर्टम किया था, और मैंने देखा था कि उन्हें बहुत चोटें आई थीं, उनकी कई हडि्डयां भी टूटी थीं। लेकिन तब मैं मीडिया के सामने नहीं आ पाया, क्योंकि मुझे उस समय की उद्धव सरकार पर भरोसा नहीं था। अब सरकार बदल गई है तो मैं सच बताना चाहता हूं। मुझे अपनी जान की परवाह नहीं है, सुशांत को न्याय मिलना चाहिए।
रूपकुमार शाह सोमवार 26 दिसंबर को पहली बार मीडिया के सामने आए थे। उन्होंने बताया था कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनका मर्डर हुआ था। उनके निधन के वक्त हमें कूपर हॉस्पिटल में पांच बॉडीज मिली थीं। हमें बताया गया कि इनमें से एक बॉडी वीआईपी की है। जब हम पोस्टमॉर्टम करने गए तो पता चला कि ये बॉडी सुशांत सिंह राजपूत की है।’

उन्होंने आगे कहा कि हमने देखा सुशांत की बॉडी पर चोट के काफी निशान थे। गर्दन पर भी दो-तीन चोट के निशान दिख रहे थे। पोस्टमॉर्टम की रिकॉर्डिंग होनी चाहिए थी, लेकिन बड़े अधिकारियों को सिर्फ फोटो लेने की इजाजत मिली थी, इसलिए हम लोगों ने भी आदेश का पालन किया।’
सोमवार को रूपकुमार ने बताया, ‘जब मैंने पहली बार सुशांत की बॉडी देखी तो तुरंत सीनियर्स को बताया कि यह सुसाइड नहीं है, बल्कि मर्डर है। मैंने उन्हें कहा कि हमें रूल्स फॉलो करके चलना चाहिए, लेकिन मेरे सीनियर्स ने मुझसे कहा कि इस बारे में बाद में बात करेंगे। उन्होंने मुझसे जल्द से जल्द बॉडी के पिक्चर्स क्लिक करने और बॉडी पुलिस को देने की बात कही। इसलिए हमने पोस्टमॉर्टम रात में ही कर दिया था।’

उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या लिखना है यह डॉक्टर का काम है, लेकिन सुशांत को न्याय मिलना चाहिए। सुशांत की तस्वीरें देखकर कोई भी कह सकता है कि उनका मर्डर हुआ था। अगर इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी मुझे कॉल करेगी तो उन्हें भी मैं यही बताऊंगा।
अब इस मामले में सुशांत के लॉयर विकास सिंह का रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा, ‘सुशांत की बॉडी पर चोट के निशान थे या नहीं, मैं इसके बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कह सकता, लेकिन इतना कहूंगा कि सुशांत की मौत की वजह कोई साधारण आत्महत्या नहीं थी। इसके पीछे कुछ न कुछ साजिश जरूर थी। इस मामले को सिर्फ CBI ही सुलझा पाएगी।’
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को बांद्रा में अपने घर पर रहस्यमयी तरीके से मृत पाए गए थे। पहली नजर में मामला सुसाइड का लगा था, लेकिन बाद में मीडिया और विपक्षी दलों के प्रेशर की वजह से इस मामले की जांच को CBI को सौंपा गया। CBI की आखिरी रिपोर्ट में मौत की असल वजह सुसाइड ही बताय
CBI जब इस मामले की जांच कर रही थी तब इसमें ड्रग्स एंगल खुल कर सामने आया था। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस मामले में बड़े पैमाने पर जांच की थी। जांच में ड्रग्स सिंडिकेट की बात भी सामने आई थी।
इस ड्रग्स केस में सुशांत की गर्लफ्रेंड रहीं रिया चक्रवर्ती बुरी तरह फंसी थीं। रिया पर खुद भी ड्रग्स लेने और सुशांत को भी ड्रग्स देने का आरोप लगा था। इसके अलावा रिया पर सुशांत के घरवालों ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि वो सुशांत को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करती थीं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर हुआ विवाद एक बार फिर से पैदा होते दिख रहा है। महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने बुधवार को सुशांत की मौत में आदित्य ठाकरे की इन्वॉल्वमेंट पर सवाल उठाया है। राहुल शेवाले का कहना है कि CBI की जांच में ये मामला सामने आया था कि रिया चक्रवर्ती को किसी AU ने 44 बार कॉल किया था।
राहुल शेवाले ने लोकसभा में इस मामले को उठाते हुए कहा- ‘रिया चक्रवर्ती को किसी AU नाम के शख्स ने 44 बार किया था और बिहार पुलिस का कहना है कि वो AU कोई और नहीं बल्कि आदित्य ठाकरे था। तो मैं जानना चाहता हूं कि CBI इस मामले में क्या जांच कर रही है।
सुशांत सिंह डेथ केस में बुधवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने चार्जशीट दाखिल की। NCB ने कहा कि रिया ने ही सुशांत को ड्रग्स दी थीं। चार्जशीट में रिया के भाई शोविक समेत 35 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस केस की स्पेशल कोर्ट में 27 जुलाई को सुनवाई होनी है। अगर रिया दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें 10 साल की जेल की सजा सुनाई जा सकती है।