ऐरवा कटरा के गाँव नगला बरहा स्थित सम्राट अशोक मौर्यवंशी बुद्ध विहार में बुद्ध पूर्णिमा का महापर्व मनाया गया. भगवान बुद्ध का जन्म लुम्बिनी नामक स्थान पर सुद्धोधन के यहाँ हुआ था जो शाक्य कुल के मुखिया थे.
बुध्द के बचपन कां नाम सिद्धार्थ था इसी दिन सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ और बुद्ध कहलाये तथा इसी पूर्णिमा के दिन ही इन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ और इसी दिन भगवान बुद्ध की मृत्यु हुई जो निर्वाण कहलाया
इस मौके पर सभी ग्रामवासियो ने सहयोग कर बुद्ध का प्रसाद खीर दान किया व बुद्ध वंदना की.
इस मौके पर उपस्थित हुए मुख्य अतिथि के रूप मे भंते संगरतन ने बताया कि बुद्ध का मार्ग ही है जो अंगुलिमाल जैसे शैतान को इंसान बनाया जा सकता है बुद्ध के उपदेश हर जाति वर्ग के लिए प्रेरणा दायक है इस मौके पर उपस्थित हुए रंजीत शाक्य, रत्नेश शाक्य,अनूप शाक्य,संजू शाक्य,शैलेंद्र तिवारी,नीलेश तिवारी,अजीत शाक्य,प्रेमचंद्र शाक्य,शिशुपाल,योगेंद्र,सुमित,मनोज,धर्मेंद्र, आदि कई बौद्ध उपासक मौजूद रहे सभी ने बड़े ही हर्षोल्लाश के साथ खीर दान किया और बुद्ध मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा ली.