20 जिलों में ATS ने 70 संदिग्धों को उठाया, हुई छापेमारी

यूपी ATS ने शनिवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI से कनेक्शन के शक में 20 जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। ATS 70 संदिग्धों को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ हो रही है। लखनऊ के लाटूश रोड से रिहाई मंच के अध्यक्ष मो. शोएब और मेरठ से अब्दुल खालिक अंसारी को भी हिरासत में लिया गया है।

टीम ने लखनऊ, सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, देवरिया, सिद्धार्थनगर, वाराणसी, आजमगढ़, कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर और अमरोहा में छापेमारी की। ATS को शक है कि सभी लोग PFI एजेंटों के संपर्क में हैं। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, विकास नगर से ATS ने शनिवार दोपहर फोटो-कॉपी की दुकान से एक युवक को पकड़ा। ATS को शक है कि उसका पिछले दिनों कुर्सी गांव और इटौंजा में पकड़े गए PFI एजेंट से संबंध है।
वहीं, बीकेटी थाना क्षेत्र से मो. फरमान और जफर को हिरासत में लिया है। बीकेटी थाना क्षेत्र के अचरामऊ गांव के लोगों ने बताया, हम लोग मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। यहां हिंदु-मुस्लिम बहुत शांति से रहते हैं। बिना मतलब के पुलिस आई। दो लोगों को पकड़ कर ले गई।

स्थानीय महिला शाहीन जहां ने बताया, 2 लोग आए थे। उन्होंने कहा फोटो-कॉपी कराना है। शंबू का नाम बुलाया। इसके बाद फरहान और जफर को लेकर पुलिस चली गई। पिछली बार 7 लोगों को लेकर गए थे। जिसमें तीन लोगों को छोड़ दिए थे। 4 लोगों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नही है कि कहां लेकर गए
वाराणसी में ATS ने पुलिस की मदद से चार लोगों को पकड़ा है। इनको पकड़ने के लिए टीम ने आदमपुर, जैतपुरा, भेलूपुर, सारनाथ, कोतवाली और चौक थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह से ही छापेमारी कर रही थी।

इनके पास से मिले मोबाइल और लैपटॉप से कई संदिग्ध और देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ी सामग्री मिली है। इसी तरह मुरादाबाद से एक युवक को उठाया है। बताया जा रहा है यह संविदा कर्मी अपने ब्लाक में PFI का प्रचार-प्रसार कर रहा था।
आजमगढ़ से ATS की टीम ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। शक है कि इन आरोपियों के तार PFI से जुड़े हैं। निजामाबाद थाना क्षेत्र के सुराई का रहने वाला वकार अहमद और अंजर मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अमिलो को ATS की टीम अपने साथ लेकर चली गई है। हालांकि, इस बारे में जिले का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी कुछ भी बोलने से बच रहा है।
मेरठ में ATS की टीम ने शनिवार को तीन लोगों को हिरासत में लिया है। एटीएस की टीम ने लिसाड़ीगेट से पूर्व सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल खालिक अंसारी को उठाया। अब्दुल खालिक बुलंदशहर से महानगर अध्यक्ष भी रह चुका है। वह शनिवार को पत्नी का इलाज कराने मेरठ अपने भाई के घर आया था। वहीं, शाहजहां कॉलोनी में रहने वाले अताउरहमान और मो. मूसा को भी ATS ने हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई।
अताउरहमान की पत्नी रुखसार ने कहा, शनिवार शाम 4 बजे कुछ लोग घर आए थे। कुछ सादी वर्दी में थे और कुछ पुलिस की वर्दी में थे। मैं घर में अंदर थी। वो लोग आए पति का नाम पूछा और उनको लेकर चले गए। मैं जब तक घर से बाहर निकलती वो शौहर को लेकर जाने लगे। मैंने पूछा कहां ले जा रहे हो, तो कहा कि पता चल जाएगा। इतना कहकर मेरे पति को लेकर चले गए।
मेरे पति का कभी पीएफआई या एसडीपीआई से संपर्क नहीं रहा। कभी पति के मुंह से ये नाम नहीं सुने। पति यहीं कालोनी में छोटा सा स्कूल चलाकर बच्चों को पढ़ाते हैं। गरीब बच्चों को पढ़ाकर वो नेक काम करते हैं। मेरी शादी को 10 साल हो चुके हैं। हम यहां से पहले आशियाना कॉलोनी में रहते थे। मूल रूप से मेरे पति पिलखुवा के रहने वाले हैं।
PFI सबसे पहले चर्चा में आया था 2010 में केरल में प्रोफेसर टीजे जोसेफ का हाथ काटने की घटना के बाद। प्रोफेसर जोसेफ पर एक प्रश्नपत्र में पूछे गए सवाल के जरिए पैगंबर मोहम्मद साहब के अपमान का आरोप लगा था। इसके बाद आरोप है कि PFI कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर जोसेफ के हाथ काट दिए थे।

दैनिक भास्कर से बातचीत में प्रोफेसर जोसेफ कहते हैं, “पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक आतंकवादी संगठन है जो इस्लाम की कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाता है और लागू करता है। उनकी सभी गतिविधियां, जिनमें 2010 में मुझ पर हुआ हमला भी शामिल है, ने समूचे भारत में आतंक की एक लहर पैदा की है। ये संगठन लोगों के शांतिपूर्वक जीवन और देश की धर्मनिरपेक्षता के लिए खतरा बन गया है।”