नागरिकता संसोधन कानून (CAA) को लेकर बहस थमने का नाम नहीं ले रही है। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आवाज उठाने वालों को मर्द-ए-मुजाहिद बताया। ओवैसी ने कहा कि- जो मोदी- शाह के खिलाफ आवाज उठाएगा वो सही मायने में मर्द-ए-मुजाहिद कहलाएगा। मैं वतन में रहूंगा, कागज नहीं दिखाऊंगा। कागज अगर दिखाने की बात होगी तो सीना दिखाएंगे कि ले मार गोली। मार दिल पर गोली मार क्योंकि दिल में भारत की मोहब्बत है।
हाल ही में लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा थी कि सीएए नागरिकता देता भी है और लेता भी है। लोकसभा में एक सांसद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा था कि असम में पांच लाख मुस्लिमों के नाम नहीं आए, लेकिन असम के बंगाली हिंदुओं को नागरिकता देना चाहते हैं। आगे उन्होंने कहा कि मैं घुसपैठिया नहीं, घुसपैठियों को बाप हूं। एनपीआर और एनआरसी एक ही है।
इसे पहले उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून पर असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आमना-सामना करने की चुनौती दी थी। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सीएएए पर अखिलेश, राहुल और ममता को बहस की चुनौती दिए जाने पर कहा कि उनसे क्यों बहस करेंगे, मुझसे करिए।
अमित शाह ने लखनऊ में एक रैली के दौरान नागरिकता कानून पर बहस करने की खुली चुनौती दी थी। करीमनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वे नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी पर बहस करने के लिए तैयार हैं। उन्होने कहा कि आपको मेरे साथ बहस करनी चाहिए। उनके साथ बहस क्यों? बहस एक दाढ़ी वाले शख्स के साथ होनी चाहिए। मैं सीएए, एनपीआर और एनआरसी पर बहस कर सकता हूं।