निकाय चुनाव की तारिख आते ही प्रशासन शख्त, डोर टू डोर कैम्पेन कर सकेंगे प्रत्याशी

निकाय चुनाव की तारीख आते ही नगर निगम और जिला प्रशासन एक्टिव हो गया है। लखनऊ में 4 मई को चुनाव होना है। 110 वार्ड के अलावा मेयर के लिए होने वाले चुनाव में 31 लाख से ज्यादा वोटर हिस्सा लेने वाले हैं। लखनऊ में रविवार रात से होर्डिंग हटाने का काम शुरू कर दिया है। अगले 24 घंटे यानी सोमवार रात से शहर में इसको लेकर लगातार अभियान चलाया जाएगा। शहर में इंदिरा नगर, महानगर, आलमबाग, पुराने लखनऊ के चौक, चौपटिया, बालागंज समेत कई इलाकों में अभियान चलाया गया।
लखनऊ की बात करें तो इस बार मुख्य लड़ाई भाजपा और सपा के बीच होने वाली है। हालांकि मेयर के पद पर पिछले कई साल से लगातार भाजपा के प्रत्याशी को जीत मिली है। दाऊजी गुप्ता के बाद कोई गैर भाजपा प्रत्याशी अभी तक मेयर नहीं बन पाया है। जबकि यह लगातार दूसरी बार होगा कि शहर की मेयर पद महिला के हाथ में होगा। आरक्षण व्यवस्था में लखनऊ सीट महिला मेयर के लिए सुरक्षित रखी गई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने अयोध्या दौरे पर आए। उनके स्वागत में लखनऊ के तमाम चौराहों पर होर्डिंग पोस्टर बैनर और झंडे लगाए गए थे। इसमें कई जगह पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाकी नेता दिख रहे थे। बंदरिया बाग चौराहे पर लगे यह सभी पोस्टर बैनर और होर्डिंग नगर निगम की टीम ने हटा लिए हैं। करीब 200 से ज्यादा छोटे बड़े पोस्टर हटाए गए हैं। उसके अलावा सहित शहीद पथ पर भी लगे छोटे होर्डिंग हटाए गए। अभियान के दौरान पुलिस के लोग भी बड़ी संख्या में नगर निगम की टीम के साथ मौजूद रहे।
लखनऊ में 110 वार्डों के प्रत्याशी चुनाव की तैयारियों को लेकर पहले से ही पोस्टर और बैनर लगा चुके थे। खासकर इसमें पुराने लखनऊ में ईद की बधाई देते हुए पोस्टर की संख्या सबसे ज्यादा थी। सभी 8 जोनों में नगर निगम की पूरी टीम लगा दी गई है जो देर रात तक इस काम में लगी रहेगी। अब आचार संहिता की वजह से पोस्टर और होर्डिंग लगाने पर पाबंदी रहेगी।
नगर निगम लखनऊ में मेयर पद और 110 वार्डों में पार्षद पद और 10 नगर पंचायतों में अध्यक्ष, नगर पंचायत और सदस्य नगर पंचायत के लिए निर्वाचन होना है। इसके लिए अभी तक जिले में 31 लाख 15 हजार 895 मतदाता जुड़ चुके हैं। निर्वाचन के लिए कुल 776 मतदान केंद्रों और 2729 मतदेय स्थलों का निर्माण कराया गया है। 776 मतदान केंद्रों में 122 केंद्रों को संवेदनशील, 126 केंद्रों को अति संवेदनशील, 41 केंद्रों को अति संवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखा गया है।
लखनऊ के सेक्टर और जोन का निर्धारण किया जा चुका है। लखनऊ को 35 जोन और 130 सेक्टर में बांटा गया है। निर्वाचन के लिए रूट चार्ट भी बना लिया गया है। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उल्लंघन करने वालों पर लोक प्रतिनिधित्व एक्ट के तहत कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में अब चुनाव चिह्न मिलने के बाद ही होर्डिंग, पोस्ट और बैनर लगा पाएंगे। इसके लिए भी जिलाधिकारी की अनुमति लेनी होगी। साथ-साथ नगर निगम में इसका पैसा जमा करना पड़ेगा। यह सब अब चुनाव खर्च में जोड़ा जाएगा। अभी तक कोई भी प्रचार चुनाव खर्च में नहीं आ रहा था, लेकिन अब डोर-टू-डोर कैंपेन को छोड़ दिया जाए तो सभी तरह के चुनाव प्रचार पर रोक है।