भारत और कनाडा के बीच बढ़े तनाव पर भारत में भी विपक्षी नेता बोल रहे हैं लेकिन मोदी सरकार की लाइन के बहुत ख़िलाफ़ नहीं है. लेकिन कनाडा के दूसरे नेता और विपक्षी पार्टियां क्या ट्रूडो के रुख़ से सहमत हैं ? कनाडा में विपक्षी दलों ने ट्रूडो सरकार के रुख़ पर सवाल उठाए हैं. विपक्षी दलों के कई नेताओं का कहना है कि ट्रूडो इस मुद्दे को भुनाने में लगे हैं. वहीं कई लोग समर्थन भी कर रहे हैं.
कनाडा के विपक्ष के नेता पियर पॉलिवेयर ने इस मुद्दे को सुलझाने में ट्रूडो सरकार को नाकाम बताया. साथ ही उन्होंने ट्रूडो से जनता के सामने सबूत पेश करने की मांग की.कनाडा कि एक अन्य विपक्षी पार्टी ‘पीपल्स पार्टी ऑफ़ कनाडा’ के प्रमुख मैक्सिम बर्नियर ने जस्टिन ट्रूडो पर आरोप लगाया कि वो इस मुद्दे का इस्तेमाल दूसरे मुद्दों से भटकाने के लिए कर रहे हैं. वहीं कनाडा के हिंदू सांसद चंद्रा आर्या ने कनाडा में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल किए हैं.
कनाडा के विपक्ष के नेता ने क्या कहा?
कन्जर्वेटिव पार्टी के नेता पियर पॉलिवेयर कनाडा के नेता प्रतिपक्ष हैं. कनाडा पुलिस के भारत पर आरोप लगाने के बाद उन्होंने मंगलवार को एक बयान जारी कर इस मामले पर चिंता व्यक्त की थी.
उन्होंने कहा था, “आरसीएमपी ने जो आरोप लगाए हैं, वे बहुत चिंताजनक हैं और इसे बहुत ही गंभीरता से लिया जाना चाहिए.”पॉलिवेयर ने कहा, “भारत समेत किसी भी दूसरे देश के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह रुकना चाहिए. हमारी सरकार का यह पहला कर्तव्य है कि वह विदेशी ख़तरों से अपने नागरिकों को सुरक्षित रखे.” उन्होंने कहा, “हम आशा करते हैं कि जिसने भी कनाडा के नागरिकों को डराया हो, नुक़सान पहुंचाया हो या हत्या की हो, उसके ख़िलाफ़ आपराधिक मामले चलाए जाएंगे.”
विपक्ष के नेता ने ट्रूडो सरकार को घेरते हुए कहा, “पिछले नौ सालों में लिबरल पार्टी की सरकार (ट्रूडो सरकार) हमारे नागरिकों को सुरक्षित रखने में नाकाम साबित हुई है और राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी हस्तक्षेप को गंभीरता ने लेने में नाकाम रही है. इसकी वजह से कनाडा ऐसी गतिविधियों का गढ़ बन गया है.”
इसके बाद अगले ही दिन यानी बुधवार को पियर पॉलिवेयर का रुख़ और भी कड़ा नज़र आया . उन्होंने बुधवार को प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से उन सांसदों के नाम जाहिर करने की मांग की जो विदेशी हस्तक्षेप में शामिल हैं.उन्होंने कहा, “मैंने जस्टिन ट्रूडो को संदेश दिया है कि जो भी सांसद विदशी हस्तक्षेप में शामिल हैं उनके नाम जाहिर किए जाएं. लेकिन ट्रूडो ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वो वही कर रहे हैं जो वो हमेशा करते आए हैं. वो झूठ बोल रहे हैं.”
“मैंने भारत के हस्तक्षेप को लेकर 14 अक्तूबर को प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेशी मामलो के उप-मंत्री और सीएसआईएस के डायरेक्टर से बात की है.” पियर पॉलिवेयर ने कहा, “अगर ट्रूडो के पास सबूत हैं तो उन्हें इसे जनता के सामने पेश करना चाहिए. अब जब उन्होंने जांच आयोग के सामने यह बात कह दी है, तो उन्हें तथ्यों को सार्वजनिक कर देना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वो इसे बढ़ा रहे हैं.”