ईरान ने शुक्रवार को अपने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कुलीन कुद्स बल(IRGC)के एक और कर्नल की मौत की सूचना दी है। जो उस इकाई से दो सप्ताह में दूसरा है, जो विदेश में ईरान के सैन्य अभियानों की देखरेख करती है।
कर्नल अली इस्माइलजादेह की राजधानी तेहरान से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में करज शहर में कुछ दिन पहले उनके आवास में एक घटना के दौरान मृत्यु हो गई थी। वही अन्य समाचार चैनलों ने कहा कि इस्माइलजादेह अपनी छत या बालकनी से गिर गए थे। जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गइ
इजरायल-ईरान के बीच चल रहा विवाद काफी पुराना है, बता दें कि साल 1979 में ईरान की क्रांति ने कट्टरपंथियों को सत्ता में आने का सुनहरा मौका दिया और तभी से ईरानी नेता इजरायल को मिटाने की बात करते रहे हैं। ईरान, इजरायल के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करता है और उसका कहना है कि इजरायल ने मुसलमानों की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। दूसरी तरफ, इजरायल भी ईरान को एक खतरे के तौर पर देखता है। उसने हमेशा ही ये कहा है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए।
इजराइल ने तेहरान में एक ईरानी कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की हत्या के जवाब में अपने नागरिकों को तुर्की की यात्रा न करने की सलाह दी है। ईरानियों ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कुद्स फोर्स (IRGC) के एक वरिष्ठ सदस्य कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की हत्या के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है।
खोदेई की तेहरान में दो मोटरसाइकिल सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद से, वरिष्ठ ईरानी अधिकारियों ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाइ करने की धमकी दी है। तसनीम समाचार एजेंसी ने बताया कि ईरानी जनरल होसैन सलामी ने कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की हत्या के लिए इजराइलियों पर आरोप लगाया और इसका बदला लेने की कसम खाइ है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने कहा कि ईरानी कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की मौत का आरोप इजरायल पर लगाए जाने के बाद इजरायल को नुकसान पहुंचाने के लिए ईरानी साजिशों का डर तेज हो गया है।