लखनऊ:भटका मुसाफिर यात्रा वृत्तांत लिखकर समाज में सामाजिक शिक्षा कल्याण एवं शिक्षकिय बदलाव की पहल को शुरू करनेवाले मुल प्रतापगढ़ (सिटी) के लेखक अंकित मौर्य की पुस्तक युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। अंकित मौर्य फिलहाल अहमदाबाद में स्थायी हैं एवं सिविल इंजीनियर हैं । अकेली यात्रा के अनुभवों व सामाजिक अवलोकन के निष्कर्ष से विशिष्ट सोच वाली यह पुस्तक विशेषतः युवा व छात्र वर्ग को बहोत पसंद आ रही है । किताब के माध्यम से अंकित ने जो सामाजिक, राजनितिक, और मनोवैज्ञानिक समझ देने की कोशिश की है वो एक नया आयाम बनकर साबित हो रही है। समाज के प्रति अंकित के इस दायित्व को देखते हुए वेलनेस फाउंडेशन द्वारा लखनऊ में आयोजित “राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार -2022″ के सर्टिफिकेट, ट्रोफी और मेडल से अंकित को सम्मानित किया गया। जिसके अंतर्गत अंकित ने कहा की ” हर किसी का अपनी निजी जिंदगी के अलावा समाज के प्रति भी कुछ दायित्व होता है और सभी को अपने अपने तरीके से समाज में विशिष्ट योगदान देना चाहिए। जिससे हम आनेवाले कल के लिए बहेतर भविष्य बना सके।”