आनंद शर्मा ने कहा, कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं, पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट है

 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और भाजपा से मुकाबले के लिए यह एकजुट होकर खड़ी है। कांग्रेस नेता ने जी-23 से जुड़े विवाद और पार्टी में गुटबाजी के आरोपों पर बुधवार को खुलकर अपनी बात रखी।

शर्मा ने कहा कि पूरी पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट है। शर्मा भी उस ‘ग्रुप-23’ में शामिल हैं जिसने कांग्रेस में व्यापक संगठनात्मक बदलाव और सक्रिय अध्यक्ष की मांग को लेकर पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।

शर्मा ने पार्टी में गुटबाजी से संबंधित पीसी चाको के आरोपों से जुड़े सवाल पर कहा, ‘ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस में आंतरिक चर्चा की परंपरा पुरानी है। यह परंपरा आज भी जारी है। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। कांग्रेस एक है और इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं।’ 

पार्टी को अलविदा कहते ही दशकों तक कांग्रेस में रहे गांधी परिवार के बेहद नजदीकी पीसी चाको का गुबार भी फट पड़ा है। वरिष्ठ नेताओं के अपमान से वह इस कदर आहत हैं कि उन्हें पार्टी का भविष्य भी अब अंधकारमय नजर आ रहा है। उनका कहना है कि पार्टी में सुधार का ऐसा कोई प्लान नहीं हो सकता जो इसे नया जीवन दे सके। इस हालत के लिए उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया।

बुरी तरह अपमानित महसूस कर रहे चाको ने कहा कि राहुल गांधी पिछली सीट पर बैठकर गाड़ी चलाना चाहते हैं। खुद जिम्मेदारी न लेकर दूसरों को आगे कर दे रहे हैं। इसीलिए समस्याएं खड़ी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि केरल में जिस तरह से टिकट बांटे जा रहे हैं, वह पूर्णतया अलोकतांत्रिक है। उन्होंने इस विषय में कई बार राहुल गांधी से चर्चा की, लेकिन हर बार उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि ठीक है, इस पर बात करेंगे। लेकिन, न वह बात करते हैं और न ही किसी की शिकायत दूर करते हैं।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ