अमिताभ बच्चन 80 की उम्र में भी 6 फिल्मों का हिस्सा हैं। ब्रह्मास्त्र में तो उन्हें एक्शन करते भी देखा जा चुका है। हाल ही अपकमिंग फिल्म प्रोजेक्ट- के का एक एक्शन सीन शूट करते हुए हैदराबाद में उनकी पसलियों में चोट आ गई। हादसे में अमिताभ बच्चन की मांसपेशियां फट गईं थी और उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हुई थी। हादसे के बाद तुरंत शूटिंग रोककर अमिताभ को इलाज के बाद मुंबई भेज दिया गया है। घटना की जानकारी खुद अमिताभ ने अपने ब्लॉग के जरिए दी है। ये पहली बार नहीं है जब अमिताभ के साथ सेट पर हादसा हुआ है। 41 साल पहले 26 जुलाई 1982 को कुली के सेट पर अमिताभ को अंदरूनी चोट आई थी। आंत फटने और सही समय पर चोट का पता न चलने से 4 दिनों तक अमिताभ दर्द से तड़पते रहे थे। आंत फटने से इंफेक्शन इतना फैल चुका था कि डॉक्टर्स को इमरजेंसी में ऑपरेशन करना पड़ा था। ऑपरेशन के बाद तेज बुखार था और दिल की धड़कन 72 की जगह 180 की स्पीड से चलने लगी थी, जिससे वो कोमा में चले गए थे। इससे पहले ही अमिताभ अस्थमा, पीलिया, किडनी प्रॉब्लम से जूझ रहे थे। 3 दिनों तक डॉक्टर्स भी डर में थे और पूरा देश बिग बी के लिए दुआएं मांग रहा था। कई दिक्कतों और ऑपरेशन के बाद बिग बी 3 महीने बाद ठीक होकर लौटे तो देश में जश्न का माहौल था।
26 जुलाई 1982 को अमिताभ बच्चन कुली फिल्म के लिए एक एक्शन सीक्वेंस शूट कर रहे थे। शॉट की डिमांड के अनुसार पुनीत इस्सर को अमिताभ को मुक्का मारना था और उन्हें टेबल पर जाकर गिरना था। ये काम बॉडी डबल का था, लेकिन अमिताभ ने परफेक्शन के लिए खुद इसे शूट किया। मुक्का तेज लगा जिससे टेबल का एक कोना अमिताभ के पेट पर लग गया। खून नहीं आया था, लेकिन दर्द से बिग बी का बुरा हाल था। अस्पताल गए तो डॉक्टर्स सही कारण नहीं समझ सके। पेन किलर के सहारे बिग बी ने दो दिन काटे, लेकिन जब दर्द बंद नहीं हुआ तो फिर उन्हें बेंगलुरु के सेंट फिलोमेना हॉस्पिटल में एडमिट किया गया
एक्स-रे हुआ लेकिन अब भी सही कारण नहीं पता चल सका। कई टेस्ट हुए, लेकिन जब चोट का ही पता नहीं चला तो इलाज कैसे होता। तीसरे दिन जब दर्द असहनीय हुई तो डॉक्टर्स ने दोबारा एक्स-रे कर इसे बारीकी से एग्जामीन किया। देखा कि एक्स-रे में डायफ्राम के नीचे गैस दिख रही थी, जो लीकेज का संकेत थी। दरअसल चोट लगने से अमिताभ की अंतड़ियां फंट गई थीं और सही समय पर इलाज न मिलने पर इंफेक्शन फैल चुका था। चौथे दिन जाने माने सर्जन एच.एस.भाटिया ने अमिताभ का केस देखा और तुरंत ऑपरेशन का सुझाव दिया।ऑपरेशन से पहले अमिताभ को 102 बुखार हो गया और उनकी हार्टबीट 72 की जगह 180 हो गई। ऑपरेशन हुआ तो देखा कि अंदर से आंतें फंट चुकी हैं। ऐसी कंडीशन में 3-4 घंटे जिंदा रहना भी मुश्किल था, लेकिन वो 4 दिनों से जूझ रहे थे। चौथे दिन बिग बी कोमा में चले गए। दो ऑपरेशन हुए और दो महीनों तक उन्हें हॉस्पिटल में रखा गया।
हादसे से पहले ही अमिताभ बच्चन को लिवर की समस्या थी और साथ ही वो अस्थमैटिक भी थे। ऑपरेशन के अगले ही दिन उन्हें निमोनिया हुआ जिससे हालत और बिगड़ गई। बैंगलोर में इलाज के बाद उन्हें एयरबस से मुंबई लाया गया था। क्रेन से उन्हें ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में स्ट्रेचर पर शिफ्ट किया गया था। 8 अगस्त को उनका दोबारा ऑपरेशन हुआ। अस्पताल के बाहर उनके चाहने वालों की चौबीसो घंटे भीड़ रहती थी। पूरे देश में कहीं पूजा करवाई जा रही थी तो कहीं यज्ञ। जया बच्चन खुद भी अमिताभ की सलामती के लिए सिद्धी विनायक गई थीं, लेकिन जब वो पहुंची तो देखा कि उनसे पहले ही कई लोग बिग बी के लिए वहां पूजा कर रहे थे। लोगों की दुआएं रंग लाईं
2000 में अमिताभ बच्चन को पता चला कि उन्हें हेपेटाइटिस बी है। दरअसल ये बीमारी एक लापरवाही का नतीजा थी। जब कुली सेट पर हुए हादसे के बाद बिग बी को खून की जरुरत पड़ी तो ब्लड डोनर की भीड़ लग गई थी। 200 डोनर के जरिए उन्हें 60 बोतल खून चढ़ाया गया था। जल्दबाजी में बिग बी को हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ा दिया गया, जिससे वो खुद भी संक्रमित हो गए थे। ये बात खुद अमिताभ बच्चन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हेपेटाइटिस बी के कैंपेन का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर बताई थी।
ठीक होने के बाद अमिताभ बच्चन ने स्टारडस्ट मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, मुझे नहीं पता था कि मैं मरने वाला हूं। मैं जानता था कि मेरे साथ कुछ बुरा हुआ है। जब मैं जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहा था तब मैं कोमा में था। मैं होश में नहीं था। ये मेरी जिंदगी का मुश्किल दौर था, लेकिन ये मुझसे ज्यादा मेरे परिवार के लिए मुश्किल था, क्योंकि मैं तो इन सबसे बेखबर था। मैं स्वस्थ था और जीवन के उत्साह से भरा हुआ था, लेकिन फिर मुझे अचानक पता चला कि मैं अंदर से खत्म हो चुका हूं। अब आप एक उंगली भी नहीं हिला सकते, आपका पैर सपोर्ट नहीं करता। सिर्फ एक दिन में ऐसा कैसे हो सकता है। मैं बहुत डरा हुआ था।
2000 में अमिताभ बच्चन के पेट में जोरदार दर्द उठा। इलाज करवाने जब बिग बी अस्पताल पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनकी आंत में दिक्कत है, जिसके लिए उन्होंने डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइन सर्जरी करवाई। इलाज के दौरान ही बिग बी को पता चला कि उन्हें लीवर सिरोसिस है। ये हेपेटाइटिस बी के कारण हुआ था। 2012 में अमिताभ बच्चन के 75 प्रतिशत संक्रमित लीवर को सर्जरी से काटकर अलग कर दिया गया है
अमिताभ बच्चन मायस्थेनिया ग्रेविस नामक मांसपेशियों से संबंधित एक बीमारी से भी पीड़ित हैं। इस बीमारी में मांसपेशियों का नर्वस सिस्टम से कनेक्शन टूट जाता है। ये बीमारी अमूमन ज्यादा दवाओं के सेवन से होती है।
अमिताभ बच्चन को अस्थमा है। इस बीमारी के चलते शरीर के एयरवेज संकरे हो जाते हैं, जिससे ऑक्सीजन की सही मात्रा फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाती। नलियां बंद होने में अक्सर मरीज को अस्थमा के अटैक भी आते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे मरीजों को धूल और कम टेंपरेचर में रहने की पाबंदी होती है। हालांकि हाल ही में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की फिल्म ऊंचाई में उन्होंने माइनस डिग्री टेंपरेचर में शूटिंग की है।
अमिताभ बच्चन को सालों पहले टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस डिटेक्ट हो चुका है। सही समय पर बीमारी का पता लगने और सही इलाज से उन्होंने बीमारी को मात दे दी।
2018 की फिल्म ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में अमिताभ बच्चन जबरदस्त एक्शन करते नजर आए थे। एक एक्शन सीक्वेंस के लिए अमिताभ बच्चन को बॉडी डबल का इस्तेमाल करना था, लेकिन उन्होंने खुद एक्शन सीन शूट किए। भारी एक्शन करते हुए उन्हें कंधे पर चोट आई थी। हालांकि ये चोट गंभीर नहीं थी
2022 में कौन बनेगा करोड़पति 14 की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन की एक धातु के टुकड़े से पैर की नस कट गई थी। सेट पर उनके काफ मसल से खूब खून बहा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
2020 में अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो कोविड संक्रमित हो गए हैं। अमिताभ के साथ उनके बेटे अभिषेक भी पॉजिटिव थे। इलाज के लिए दो महीनों तक बिग बी हॉस्पिटलाइज थे। 2022 में भी अमिताभ बच्चन संक्रमित हो चुके हैं।
1982 में हुए हादसे के बाद से ही अमिताभ बच्चन को अक्सर मांसपेशियों से संबंधित दिक्कतें होती रहती हैं, जिसके लिए उन्हें कई बार अस्पताल जाना पड़ चुका है। इसके अलावा भी बिग बी अक्सर रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल जाते हैं। 2020 में भी बिग बी हॉस्पिटलाइज हो चुके हैं।