बेशरम रंग गाने को लेकर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच अब बिहार में बीजेपी नेता हरि भूषण ठाकुर बचौल ने पठान के मेकर्स को बिहार में फिल्म रोकने की धमकी दी है। बचौल ने कहा- ‘भगवा रंग हमारे धर्म का प्रतीक है। यह फिल्म मेकर्स की सनातन संस्कृति को कमजोर करने की बेहद घटिया कोशिश थी।’ फिल्म के गाने में दीपिका पादुकोण के कपड़ों और गाने के बोल दोनों ही को लेकर विरोध जारी है। इसी विरोध के बीच मेकर्स ने 22 दिसंबर को फिल्म के दूसरे गाने ‘झूमे जो पठान’ की रिलीज की भी घोषणा कर दी है।
बिहार में भी फिल्म का जबरदस्त विरोध चल रहा है। इस मामले में बीजेपी नेता हरि भूषण ठाकुर बचौल ने पठान के मेकर्स को बिहार में फिल्म न रिलीज करने की धमकी दी है। बचौल ने मीडिया से कहा- ‘भगवा रंग हमारे धर्म का प्रतीक है। यह फिल्म मेकर्स की सनातन संस्कृति को कमजोर करने की बेहद घटिया कोशिश थी।’बचौल ने फिल्म का विरोध करते हुए आगे कहा- ‘सूरज का रंग भगवा है, आग का रंग भी भगवा है। यह रंग बलिदान का प्रतीक है। मेकर्स ने उस भगवा रंग को ‘बेशरम रंग’ बताया गया है, जो कि बहुत आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। फिल्म में हीरोइन छोटी ड्रेस में अश्लीलता फैला रही है, यही वजह है कि लोग फिल्म के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। हम फिल्म को बिहार के सिनेमाघरों में नहीं रिलीज होने देंगे, अगर ऐसा होता है तो बीजेपी के सभी कार्यकर्ता हॉल्स के बाहर प्रोटेस्ट पर बैठ जाएंगे।’
हरि भूषण के इस बयान पर JDU नेता उपेंद्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा- ‘किसी भी पॉलिटिकल पार्टी के पास किसी स्पेशल कलर का कॉपीराइट नहीं है। भाजपा बेवजह फिल्म को लेकर विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही है।’
पठान गाने का विवाद सोमवार को लोकसभा में हुआ। जब बसपा नेता सांसद कुंपर दानिश अलि ने फिल्म को बैन करने की मांग उठाने वालों की आलोचना की। पठान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा- ‘फिल्मों को मंजूरी देने का काम सेंसर बोर्ड पर छोड़ देना चाहिए। सनातन धर्म इतना कमजोर नहीं है, जो किसी के भगवा रंग के कपड़े पहने से खतरे में आ जाए और न ही इस्लाम इतना कमजोर है कि एक फिल्म से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचे।
अली ने आगे कहा- ‘आजकल यह एक ट्रेंड बन गया है, जहां सरकार फिल्मों को बैन करने की डिमांड कर रही है। उनका यह दावा है कि इससे हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है, ठीक यही मांग उलेमा बोर्ड ने भी की है।’
भूपेश ने आगे कहा- ‘साधु-संत पूरे समाज और परिवार को त्यागने के बाद ही भगवा रंग स्वीकार करते हैं। ये जो बजरंगी गुंडे भगवा रंग का गमछा पहनकर निकलते हैं, बताएं उन्होंने क्या त्याग किया है? बल्कि ये तो वसूली करने के लिए भगवा रंग पहनते हैं।’
भाजपा पर निशान साधते हुए बघेल ने कहा- ‘भारतीय जनता पार्टी में आजकल जो भी सांसद या विधायक हैं, वो एक्टर-एक्ट्रेस के साथ भगवा रंग के कपड़े पहनकर डांस करते हैं। उनके बारे में क्या कहना चाहेंगे? रंगों से किसी की जाति या धर्म नहीं तय होता है।’ बता दें कि बीते दिनों छत्तीसगढ़ के हिंदुवादी संगठनों ने पठान फिल्म के बेशरम रंग गाने का विरोध प्रदर्श किया था।
जब से बेशरम रंग रिलीज हुआ है तब से इस गाने को लेकर देश के कई हिस्सो में विरोध हो रहा है। विरोध करने वाले लोग फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल इस गाने में दीपिका पादुकोण ने भगवा रंग की बिकिनी पहनी है।
विरोध करने वालों का कहना है कि भगवा रंग हिंदू धर्म का प्रतीक है और दीपिका इस रंग के कपड़े पहन कर बेशरम रंग के बोल वाले गाने पर डांस कर रही हैं जो कि काफी आपत्तिजनक है। उनका मानना है कि भगवा जैसे पवित्र रंग का प्रयोग बिकिनी के लिए करना स्वीकार नहीं किया जाएगा।
पठान मूवी 25 जनवरी को रिलीज होगी। ये हिंदी के साथ ही साउथ की भाषाओं में भी रिलीज होगी। फिल्म में दीपिका और शाहरुख के साथ ही जॉन अब्राहम भी नजर आएंगे। जॉन विलेन बने हैं। एक महीने पहले फिल्म का टीजर रिलीज हुआ था। कई लोगों को यह पसंद नहीं आया था। सोशल मीडिया पर फिल्म के बायकॉट करने की मांग उठी थी। यूजर्स ने बताया था कि ये फिल्म हॉलीवुड मूवी वॉर और मार्वल्स की कॉपी है।
शाहरुख, दीपिका और जॉन अब्राहम स्टारर फिल्म पठान 25 जनवरी को रिलीज के लिए तैयार है। इसी बीच खबरें आ रही हैं कि फिल्म के लिए तीनों लीड सेलेब्स ने मोटी रकम वसूली है। दीपिका ने जहां पठान के लिए 15 करोड़ चार्ज किए हैं, वहीं जॉन ने 20 करोड़ रुपए फीस ली है। इतना ही नहीं खबरें हैं कि शाहरुख ने पठान के लिए 100 करोड़ रुपए की फीस चार्ज की है, जो कि दोनों एक्टर्स से कई गुना ज्यादा है।