21वीं सदी में सबसे चमकदार होगी अमेरिका-भारत की दोस्ती, परमाणु अप्रसार, आतंकवाद के खिलाफ बढ़ेगा सहयोग

अमेरिका और भारत की दोस्ती 21 वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारियों में से एक होगी। यह बात भारत में अमेरिका के निवर्तमान राजदूत केन जस्टर ने शुक्रवार को अपने देश के दूतावास की नई इमारत के शिलान्यास समारोह में कही। दोनों देशों की दोस्ती की प्रगाढ़ता दर्शाने के लिए इस समारोह में केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया भी शामिल हुए।

अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी बयान में भारत को अमेरिका का महत्वपूर्ण वैश्विक रणनीतिक सहयोगी बताया गया है। समारोह में जस्टर ने कहा, प्रस्तावित नए परिसर की भव्यता बताती है कि अमेरिका के लिए भारत का क्या महत्व है। वह भारत के साथ अपने सहयोग को कितना महत्व देता है। इसकी इमारत हमारे मजबूत और लंबे समय तक चलने वाले संबंधों की प्रतीक होगी। हमारे संबंध 21 वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारियों में से एक होंगे।

यह साझेदारी परमाणु अप्रसार, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, तकनीक, अंतरिक्ष, पर्यावरण और तमाम क्षेत्रों में होगी। समारोह में केंद्रीय मंत्री पुरी ने भारत-अमेरिका संबंधों के विकास में जस्टर की भूमिका की प्रशंसा की। जस्टर का कार्यकाल तीन नवंबर, 2020 को पूरा हो चुका है। अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद भारत के लिए नए राजदूत के नाम की घोषणा होगी।

नया दूतावास परिसर नई दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में बनाया जा रहा है। 1959 में नई दिल्ली में अमेरिका के दूतावास की मूल इमारत का उद्घाटन हुआ था। उसे उस समय के प्रख्यात वास्तुविद एडवर्ड डुरेल ने डिजायन किया था। फ्रैंक लॉयड राइट ने इसे 100 साल की सबसे बेहतरीन इमारतों में से एक बताया था। नया दूतावास परिसर भी अमेरिकी और भारतीय डिजायन का शानदार नमूना होगा। मध्य में हरियाली वाले इस परिसर में पत्थरों का शानदार कार्य होगा। इसे अमेरिकी निर्माण कंपनी वेईस एंड मैनफ्रेडी ने डिजायन किया है।

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आदर्श कुमार

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