चीन और अमेरिका के बीच का तनाव अब बेहद गंभीर रूप लेता नजर आ रहा है। अमेरिका ने चीन की दादागिरी पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर दी है, चौतरफा घेराबंदी शुरू कर दी गई है। अमेरिका ने एशिया में अपनी सेना बढ़ाने के साथ-साथ, एयरक्राफ्ट कैरियर्स, न्यूक्लियर बॉम्बर्स और मिसाइलों की तैनाती करनी शुरू कर दी है।खास बात ये कि पिछले कुछ दिनों से अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन भी साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास कर रहा है।
अमेरिका की ओर से प्रशांत महासागर के गुआम नेवल बेस पर तैनात बॉम्बर प्लेन B-1B साउथ चाइना सी के ऊपर लगातार मंडरा रहा है, ये लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने में सक्षम है। अमेरिका ने हिंद महासागर में चीन की बढ़ती ताकत को रोकने के लिए भी पूरी तैयारी की हुई है, नेवल बेस डियागो गार्सिया में उसने बी-2 स्प्रिट स्टील्थ बॉम्बर्स को तैनात कर दिया है। ये भी एक बेहद खतरनाक आधुनिक हथियार है।
जल और नभ में घेराबंदी के बाद अब अमेरिका थल से भी चीन को जवाब देने की तैयारी कर रहा है। चीनी खतरों से निपटने के लिए अमेरिका ने अपनी मध्य रेंज, गैर-न्यूक्लियर, जमीन से लॉन्च होने वाली क्रूज मिसाइलों की तैनाती करने के बारे में सोचना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि वॉशिंगटन के टॉप आर्म्स कंट्रोलर मार्शल बिलिंगस्ली इस बारे में एशिया में अमेरिका के सहयोगी देशों से बातचीत करने वाले हैं। इन मिसाइलों की तैनाती ताइवान, जापान, दक्षिण कोरिया और फिलीपींस में की जा सकती है।
एशिया में भेजी जा रही हैं यूएस आर्मी की टुकडि़यां पूरी दुनिया जानती है कि अमेरिका के पास दुनिया की सबसे आधुनिक सेना और हथियार हैं। दुनिया में सभी देशों की सैन्य ताकत का आंकलन करने वाली ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स के मुताबिक 137 देशों की लिस्ट में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के मामले में यूएस फोर्स दुनिया के बाकी देशों से बहुत आगे है। अमेरिका डिफेंस मिनिस्ट्री के अनुसार अमेरिका के दुनिया भर में 800 सैन्य ठिकाने हैं। जिनमें 100 से ज्यादा खाड़ी देशों में हैं, और यहां 60 से 70 हजार जवान तैनात हैं।
उधर ताइवान भी चीन को जवाब देने के लिए घरेलु रूप से और मजबूत हो रहा है। साउथ चाइना सी को लेकर गहराता विवाद और बढ़ रहा है। दरअसल, हांगकांग के बाद चीन की ताइवान कब्जाने की तैयारी है। इस बीच ताइवान ने भी चीन से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। उसने अमेरिका से F-16 फाइटर जेट का बड़ा सौदा किया है, साथ ही घरेलू तौर पर वो ब्रेव ईगल जेट के निर्माण को बढ़ावा दे रहा है। ये जेट काफी ताकतवर माना जा रहा है।