अमेरिका और ब्रिटेन भारत की करना चाहते है मदद , कोरोना से गंभीर समस्या में है भारत

देश में कोरोना वायरस से बिगड़ते हालातों के बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने कहा है कि वो इस महामारी से निपटने में भारत की मदद करेंगे। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार (23 अप्रैल) को कहा है कि अमेरिका इस कोरोना संकट से भारत को उबारने में हर संभव मदद करेगा। व्हाइट हाउस ने कहा है कि कोविड-19 से निपटने के लिए भारत की मदद करने के तरीकों के बारे में हम गंभीरता से काम कर रहे हैं। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वह भारत की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए काफी परेशान हैं। पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वह देख रहे हैं कि आखिर इस महामारी के दौर में भारत की कैसे मदद की जा सकती है। उन्होंने ये भी कहा है कि कोरोना वायरस बहुत ही खतरनाक होता जा रहा है।

न्यूज ऐजेंसी रायटर के मुताबिक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कहा, ”मैं देख रहा हूं कि हम भारत की मदद करने के लिए क्या कर सकते हैं, जहां कोरोनो वायरस महामारी एक घातक और नए चरण में जा रही है। जिसका असर हेल्थ सर्विसेज पर भी पड़ रहा है।”

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि अमेरिका कोरोना काल में भारत के प्रति गहरी सहानुभूति रखता है। अमेरिका इस वैश्विक महामारी से निपटने में भारत की कैसे मदद करनी है, इसके लिए तरीके पहचानने का काम कर रहा है। जिसके लिए हम राजनीतिक एवं विशेषज्ञों के स्तर पर भारतीय अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं।

अमेरिकी प्रशासन ने कहा, हम समझते हैं कि भारत में कोविड-19 की स्थिति एक वैश्विक चिंता बनी हुई है। हम अपने भारतीय मित्रों को इस महामारी से जूझते हुए देख रहे हैं, हम यह भी स्वीकार करेंगे कि यह केवल भारत के लोगों पर ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में और दुनिया में सभी के लिए खतरा है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, हमने आवश्यक आपूर्ति की आवाजाही की सुविधा के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना जारी रखा है और उनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं की बाधाओं को भी दूर किया है। लेकिन हम इसे उच्चतम स्तर पर लड़ने के लिए भारत में अपने सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखेंगे।