अजब गजब :गंदी और घिनौनी चीज़ें खाती है अनोखी मधुमक्खी, फिर भी पैदा करती है मीठी शहद

मधुमक्खियों के खाने के बारे में पूछा जाने पर हमें फूलों पर मंडराती हुई मधुमक्खियां याद आने लगती हैं. वे फूलों से रस लेकर अपने छत्ते में मीठी शहद बनाती हैं. हालांकि एक मधुमक्खी ऐसी भी है जो फूल-पत्तियों पर नहीं बल्कि मरे हुए जानवरों के आस-पास मंडराती है. दिलचस्प बात ये है कि फिर भी ये मधुमक्खी मीठी शहद ही बनाती है.

इस जंगली मधुमक्खी के बारे में जीव वैज्ञानिकों को कुछ दशकों से पहले ही पता चला. वे भी ये जानकर हैरान रह गए कि ये मधुमक्खी को फूलों के पराग में कोई दिलचस्पी नहीं थी बल्कि वे खराब हो चुके फूलों को खा रही थीं. इस मामले पर और स्टडी की गई तो पता चला कि इन मधुमक्खियों को मरे हुए जानवरों के मांस में दिलचस्पी थी.

वल्चर बी को पसंद है मांस
हाल ही में इन मधुमक्खियों पर एक स्टडी पब्लिश की गई, जिसमें बताया गया कि इनके शरीर के अंदर ऐसा बैक्टीरिया होता है जो गिद्धों और लकड़बग्घों के शरीर में पाया जाता है. यही वजह है कि इन्हें भी गिद्धों और लकड़बग्घों की तरह मरे हुए जानवरों का मांस पसंद होता है. अब तक ज्यादातर लोगों का यही मानना था कि मधुमक्खियां शाकाहारी जीव होती हैं, ऐसे में इस तरह की स्टडी हैरान कर देने वाली है. वैज्ञानिकों के मुताबिक वल्चर बी के शरीर में सैल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया और कुछ ज़हरीले तत्व पाए जाते हैं. ये कुछ ऐसे जानवरों में से एक हैं, जो मरे हुए जीवों का मांस पचाने में सक्षम होते हैं.

घिनौनी चीज़ खाकर भी बनाती हैं मीठी शहद
वल्चर बी पर अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने मरे हुए चिकन के मांस को पेड़ से लटका दिया. कुछ ही देर में वल्चर बी का पूरा गैंग आकर इस मांस पर मंडराने लगा और इसे खाना शुरू कर दिया. कोस्टा रिका में पाई जाने वाली इन मधुमक्खियों को फूलों के नेक्टर में भी दिलचस्पी होती है, लेकिन वे मांस को भी आराम से खा लेती हैं. इन सबके बीच सबसे अजीब बात ये थी कि मधुमक्खियां फिर भी मीठी शहद ही पैदा कर रही थीं. भले ही वे मरे हुए जानवरों का मांस खाती हैं, फिर भी उनकी शहद खाने लायक ती. हालांकि अब आप इसे शाकाहारी भोजन की श्रेणी में नहीं रख सकते थे.