भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में मप्र की दूसरी सूची पर लगभग सहमति बन गई है। इसमें 35 नाम हो सकते हैं। छतरपुर की राजनगर सीट से घासीलाल, छिंदवाड़ा सीट से बंटी साहू का नाम लगभग तय है। छिंदवाड़ा सीट से अभी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ विधायक हैं।
तेंदूखेड़ा (नरसिंहपुर) से सांसद राव उदयप्रताप सिंह का नाम आया है, लेकिन यह नाम दूसरी सूची में रखा जाए या नहीं, यह बाद में तय होगा। सैलाना से संगीता चारेल है, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाहा और लहार से अंबरीश शर्मा पर पार्टी फिर से भरोसा दिखाने जा रही है। लहार से नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह विधायक हैं।
भितरवार से कौशल शर्मा व मोहन सिंह राठौड़ का नाम आगे है। राजगढ़ से अमर सिंह यादव या प्रताप मंडलोई का नाम है। प्रमुख रूप से छिंदवाड़ा, राजगढ़, धार और झाबुआ की सीटों पर बात हुई है।
दिल्ली में चुनाव समिति की बैठक बुधवार देर रात तक चली। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। इसके अलावाराष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, कैलाश विजयवर्गीय व नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहे।
बीजेपी विशेष रणनीति के तहत बीते विधानसभा चुनाव में हारी 103 सीटों पर पहले उम्मीदवार घोषित कर रही है। पार्टी ने ऐसी सीटों पर 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। अब बाकी 64 सीटों पर नाम जल्द ही घोषित किए जा सकते हैं।
नरसिंहगढ़ से राजवर्धन सिंह और बड़नगर से मुकेश पंडया का नाम है। उज्जैन से अनिल जैन कालूखेड़ा के नाम पर सहमति बाकी है।
कालापीपल सीट में घनश्याम चंद्रवंशी का नाम था, लेकिन स्थानीय नेता के विरोध के बाद खाती समाज के राकेश वर्मा का नाम आगे आया है।
सारंगपुर में रामलाल घटक और गौतम टेटवाल के साथ मोहन सोलंकी का नाम विचार के लिए रखा गया है।
ब्यावरा में जगदीश पंवार, रामनारायण दांगी व नारायण सिंह पंवार और नागदा-खाचरोद सीट पर दिलीप शेखावत, मोती सिंह और तेज बहादुर के नाम हैं। इनमें से एक नाम पर सहमति बनानी है
प्रारंभिक तौर पर कुछ सीटों पर अलग से बात हुई है, जिनमें सेवड़ा से प्रदीप अग्रवाल या कालीचरण कुशवाहा, डबरा से इमरती देवी, बैतूल से हेमंत खंडेलवाल के नाम पर बात हुई है। डिंडोरी सीट पर अजजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष व पूर्व जनपद अध्यक्ष महेश धूमकेटी, गजेंद्र करचाम पर विचार हुआ।
सोमवार रात को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, बीएल संतोष के साथ सीएम शिवराज, वीडी शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और हितानंद शर्मा की बैठक में करीब 50 सीटों पर नामों का पैनल बनाया गया था। इसमें शामिल नामों पर ही केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा की गई।
अगस्त में हुई मीटिंग में MP-छत्तीसगढ़ की सीटों को 4 कैटेगरी- A, B, C, D में बांटा गया था। A कैटेगरी में वे सीटें हैं, जिन्हें भाजपा ने हर बार जीता है। B कैटेगरी में वे सीटें हैं, जिन पर भाजपा की जीत-हार दोनों हुई है। C कैटेगरी की सीटों पर भाजपा कमजोर है। वहीं, D कैटेगरी की सीटों पर भाजपा कभी नहीं जीत सकी है।
इस बार भाजपा जातियों को पूरी तरजीह दे रही है। प्रत्याशी चयन में देखा जा रहा है कि वो किस जाति का है जाति वर्ग वोटर्स की तादाद कितनी है, अन्य समुदायों में उसकी पकड़ कैसी है।
मजबूत दावेदारों को चुनाव की तैयारी शुरू करने जैसे आयकर-संपत्ति विवरण, क्रिमिनल रिकॉर्ड, एजुकेशन और सर्टिफिकेट इकट्ठा करने को कहा गया है। साथ ही सारी जानकारी पुख्ता और दस्तावेजी रहे, ताकि नामांकन पत्र खारिज न हो सके।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपने 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुकी है। ये सभी वो सीटें है जहां अभी कांग्रेस का कब्जा है। इनमें भी ज्यादातर वो सीटें है, जहां बीजेपी लगातार दो बार से चुनाव हार रही है।
भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह और भोपाल उत्तर से आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है। इंदौर के राऊ से मधु वर्मा को मैदान में उतारा गया है। भिंड के गोहद से लाल सिंह आर्य को टिकट दिया गया है। जबकि पिछोर सीट से प्रीतम लोधी को मैदान में उतारा गया
छत्तीसगढ़ के लिए जारी की गई लिस्ट में सांसद विजय बघेल का भी नाम है। उन्हें पाटन से चुनाव लड़ाया जाएगा। यहीं से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनाव जीता था। विजय बघेल CM बघेल के रिश्तेदार हैं, भतीजे लगते हैं। इस साल का ये चुनाव कका बनाम भतीजा हो सकता है।
विजय बघेल को भाजपा ने घोषणा पत्र समिति का संयोजक भी बना रखा है। राम विचार नेताम को भी टिकट दिया गया है। वो रामानुजगंज से चुनाव लड़ेंगे।