कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि गोवा विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी और राकांपा-शिवसेना के बीच भले ही गठबंधन नहीं हो सका लेकिन ये पार्टियां ‘दोस्त बनी रहेंगी’। कांग्रेस और राकांपा-शिवसेना के बीच यह मित्रता चुनाव के बाद भी जारी रहेगी। पी. चिदंबरम (Congress leader P Chidambaram) ने यह भी कहा कि कांग्रेस आने वाले दिनों में भी लगातार राकांपा-शिवसेना के साथ काम करने के अवसरों की संभावनाएं तलाशती रहेगी।
गोवा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक पी. चिदंबरम ने तृणमूल कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गठबंधन का प्रस्ताव देने के बावजूद टीएमसी ने कांग्रेस नेताओं को फोड़ना जारी रखा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्हें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ बातचीत करने के लिए पार्टी नेतृत्व से कोई निर्देश नहीं मिला है। मुझे यकीन है कि हमारे नेतृत्व ने सभी तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखा था।
समाचार एजेंसी पीटीआइ को दिए एक साक्षात्कार में चिदंबरम (Congress leader P Chidambaram) ने कहा कि कांग्रेस चुनाव से पहले या बाद में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी या नहीं यह उम्मीदवारों से परामर्श करने के बाद तय किया जाएगा। कांग्रेस आम सहमति से आगे कदम बढ़ाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि गोवा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-गोवा फॉरवर्ड पार्टी और भाजपा के बीच है। कांग्रेस नेता ने उम्मीद जताई कि पार्टी एक साधारण बहुमत हासिल करने में सफल होगी।
कांग्रेस के साथ गठजोड़ नहीं करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के बारे में पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा कि वह टीएमसी की स्थिति को नहीं समझ पा रहे हैं। वे कुछ महीने पहले गोवा में दाखिल हुए। ममता जी ने गोवा में घोषणा की कि टीएमसी ने गठबंधन किया है और उनके गठबंधन में शामिल होने के लिए किसी भी पार्टी का स्वागत है। बाद में टीएमसी के महासचिव ने घोषणा की कि टीएमसी सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यही नहीं टीएमसी ने कांग्रेस विधायक लुइजिन्हो फलेरियो (Luizinho Faleiro) को लुभाया।