साइबर फ्रॉड सभी देशों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाला है। इससे निपटने के लिए ज्वाइंट इफर्ट करने होंगे। विश्व के 20 देशों ने डिजिटल ग्रुप की पहली बैठक में रजामंदी दी है।
लखनऊ में पहली G20 डिजिटल इकोनामी वर्किंग ग्रुप की बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज भारत ने अर्थव्यवस्था में, जो प्रगति की है। वो दुनिया के लिए नया मार्गदर्शन हो सकता है। खास तौर पर G20 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है। वो वास्तव में भारत की प्राचीन मान्यता है। ये वसुधैव कुटुम्बकम् के साथ हम सबको जोड़ता है। ये वास्तव में भारत का प्राचीन श्लोक है। जो भारत की सोच को प्रदर्शित करता है।
‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’
हमने कभी नहीं कहा कि भारत में जो कुछ भी है। वो मेरा है। इसमें वन अर्थ, वन फैमिली वन फ्यूचर की भावना निहत है। इसलिए आज हम एक साथ यहां इस मंच पर हैं।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णो ने कहा कि मौजूदा समय में कनाडा, यूएस, जापान समेत कई देशों में यूपीआई से रुपए पेमेंट के सिस्टम का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जा रहा है। इसको लोग पसंद भी कर रहे हैं। 11.6% मिलिनम डिजिटल वर्किंग का प्रयोग कर रहे है। ग्लोबल इकॉनोमी लेवल पर डिजिटल का महत्व मौजूदा हालात में बड़ा है। कहीं ना कहीं कोरोना वायरस के काल में भी डिजिटल तरीकों का ज्यादा प्रयोग किया गया है। प्रमुख रूप से भारत में 3 तरीके की डिजिटल प्रयोग पर काम किया जा रहा है।
पहला डिजिटल पब्लिक इंफ्राट्रक्चर फॉर डिजिटल इनक्लूजन एंड इनोवेशन है। दूसरा साइबर सिक्योरिटी टू द सेव ट्रेस्टेड एंड विजिलियन साइबर सिस्टम है। तीसरा डिजिटल स्किल्स बिल्डिंग ए ग्लोबल फ्यूचर वेरी वर्क है।
यहां साइबर फ्रॉड को लेकर चर्चा की गई। इसमें साइबर फ्रॉड रोकने को लेकर अवेयरनेस से लेकर उसकी सिक्योरिटी पॉइंट को और मजबूत किए जाने पर जोर दिया गया। यहां तक G20 में शामिल सभी देशों ने कहा कि मौजूदा हालात में साइबर फ्रॉड एक बहुत बड़ी समस्या है। डिजिटल इकॉनोमी को कहीं ना कहीं साइबर फ्रॉड की वजह से बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है। इस हालात में साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए सभी देशों को एक साथ होकर इसको और मजबूत करने पर काम किया जाना चाहिए।
G20 की बैठक में डिजिटल पेमेंट को लेकर भी चर्चा हुई। यह माना गया कि मौजूदा हालात में डिजिटल पेमेंट से लोगों को आसानी हुई है। देश- दुनिया में कहीं पर भी लोग डिजिटल पेमेंट से आसानी से रुपए का आदान-प्रदान और अन्य सुविधाओं का प्रयोग किया भी किया जा सकता है।
कैसे गीता के उपदेश लोग समझ सकते हैं, और अपने मन के प्रश्नों को उत्तर जानने के लिए डिजिटल माध्यम का प्रयोग कर सकते हैं यह बात सीएम योगी के साथ चर्चा करते हुए।उन्होंने कहा कि हम पूरी दुनिया को एक परिवार की तरह आगे बढ़ाने में सक्षम है। यूपी की राजधानी में ये बैठक आज आप कुछ नए मुद्दों को लेकर आगे बढ़ेंगे। आप सभी एक नई दिशा देने का काम करेंगे। इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव, महेंद्र नाथ पांडे और राजीव चंद्रशेखर मौजूद हैं। डिजिटल इकोनामी वर्किंग ग्रुप की बैठक में प्रमुख रूप से इंडिया में चल रहे डिजिटल ट्रांजैक्शन से लेकर छह डिजिटल वर्किंग स्टाइल पर चर्चा हो रही है।