कैबिनेट फेरबदल से पहले आंध्र प्रदेश कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार दोपहर अंतिम कैबिनेट बैठक समाप्त करने के बाद सभी 24 कैबिनेट मंत्रियों ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
राज्य में 2024 के विधानसभा चुनावों के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी कैबिनेट में फेरबदल के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसमें 19 मंत्रियों को हटाए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री के कुछ दिनों में राज्य मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों को शामिल करने की संभावना है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शपथ ग्रहण 9 अप्रैल को भी हो सकता है।
सूत्रों ने कहा कि मौजूदा मंत्रियों में से केवल चार ही अपने पदों को बरकरार रख सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री नौ अप्रैल से पहले नए मंत्रियों की अंतिम सूची राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंद्रन को सौंपेंगे।
रेड्डी ने बुधवार को कैबिनेट से हटाए जा रहे 19 मंत्रियों की अंतिम सूची राज्यपाल को सौंपी। मौजूदा कैबिनेट में पांच डिप्टी सीएम हैं। राज्य में जाति संतुलन बनाने की अपनी रणनीति के तहत रेड्डी के पास पांच नए उपमुख्यमंत्री होने की संभावना है। वर्तमान में, पांच डिप्टी सीएम अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक और कापू समुदायों का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, उच्च जातियों के 11 मंत्री हैं, जिनमें रेड्डी समुदाय के चार, ओबीसी के सात, एससी के पांच और एसटी और मुस्लिम समुदायों के एक-एक मंत्री शामिल हैं। आंध्र प्रदेश में 2024 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के साथ इस फेरबदल का महत्व है।
रेड्डी ने सीएम पद संभालने के बाद संकेत दिया था कि वह मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करेंगे। ये इस्तीफा पिछले दिसंबर में होने वाली थी, लेकिन कोविड के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। पिछले महीने रेड्डी ने कहा था कि कैबिनेट का पुनर्गठन तेलुगु नव वर्ष उगादी के बाद होगा, जो 2 अप्रैल को था।