एक मां के तौर पर काफी दुख हुआ मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे देखकर आलिया बोलीं

मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे एक रियल स्टोरी पर बेस्ड फिल्म है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मां अपने बच्चों को वापस पाने के लिए एक देश के लीगल सिस्टम और एडमिनिस्ट्रेशन से लड़ जाती है। अब इस फिल्म को देखने को बाद आलिया भट्ट का रिएक्शन आया है।
उन्होंने शनिवार को अपनी मां सोनी राजदान और बहन शाहीन के साथ इस फिल्म को देखा। फिल्म देखने के बाद उन्होंने लिखा, ‘शनिवार की रात आंसुओं में बीती, जब हमने हमारी फेवरेट रानी मुखर्जी की फिल्म देखी। एक नई मां के रूप में इस फिल्म की कहानी ने मुझे काफी प्रभावित किया।’
आलिया भट्ट ने रानी मुर्खजी की तारीफ में लिखा, ‘आपके जैसा कोई नहीं है रानी मैम, ऐसा लग रहा जैसे मुझे नॉर्वे से इंडिया लाया जा रहा है। ऐसी शानदार फिल्म बनाने के लिए पूरी टीम को बधाई।’ आलिया ने फिल्म के अहम किरदार जिम सर्भ की भी तारीफ की है। आलिया ने कहा कि ऐसा कोई रोल नहीं है जो जिम नहीं कर सकते।
आलिया भट्ट के पहले शाहरुख खान ने भी फिल्म की जबरदस्त तारीफ की थी। उन्होंने फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा था कि रानी ने जो एक्टिंग की है वो सिर्फ रानी ही कर सकती थीं। इसके अलावा अर्जुन कपूर, विक्की कौशल और कैटरीना कैफ सहित कई स्टार्स ने फिल्म की प्रशंसा की थी।
ये फिल्म एक सच्ची घटना पर बेस्ड है। फिल्म में एक भारतीय मां अपने बच्चों को कानूनी दांव-पेंच से बाहर निकाल कर वापस पाने के लिए की पूरी कोशिश करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मां अपने बच्चों को वापस पाने के लिए एक देश के लीगल सिस्टम और एडमिनिस्ट्रेशन से लड़ जाती है।

रानी मुखर्जी ने फिल्म में जिसका किरदार निभाया है असल जिंदगी में उनका नाम सागरिका चक्रवर्ती है। वो कोलकाता की रहने वाली हैं। वो 2007 में अपने पति सहित नॉर्वे शिफ्ट हो जाती हैं। उनके दो बच्चे हुए। 2011 में नॉर्वे की चाइल्ड वेलफेयर सर्विसेज के अधिकारी सागरिका के घर आते हैं और उनके दोनों बच्चों को अपने साथ लेते जाते हैं।

उनका क्लेम होता है कि सागरिका और उनके पति अपने बच्चों का सही ढंग से ख्याल नहीं रख पाते हैं, इसलिए नॉर्वे के कानून के मुताबिक, बच्चों को सरकार अपने संरक्षण में रख लेती है। अब सागरिका अपने बच्चों को दोबारा पाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ती है। फिल्म में पूरा यही प्रकरण दिखाया गया है।
फिल्म के रिलीज के साथ एक विवाद भी हुआ। भारत में नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकब फ्रेडनलिंड ने फिल्म के मेकर्स पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा, फिल्म में नॉर्वे को गलत तरीके से दिखाया गया है। फिल्म को एक गलत नैरेटिव के तहत बनाया गया है। साथ ही इसमें कई फैक्ट्स भी गलत बताए गए हैं।’ हंस जैकब फ्रेडनलिंड ने कहा कि ये उनका कर्तव्य है कि वो अपने देश के बारे में सही पक्ष रखें।
रानी मुखर्जी, अनिर्बन भट्टाचार्य, नीना गुप्ता स्टारर ये फिल्म 17 मार्च को रिलीज हुई है। आशिमा छिब्बर फिल्म की डायरेक्टर हैं। फिल्म को क्रिटिक्स का मिक्स्ड रिस्पॉन्स मिला है। हालांकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कुछ ज्यादा कमाल नहीं दिखा सकी। इसने अब तक 20 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया है।

मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे एक रियल स्टोरी पर बेस्ड फिल्म है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मां अपने बच्चों को वापस पाने के लिए एक देश के लीगल सिस्टम और एडमिनिस्ट्रेशन से लड़ जाती है। अब इस फिल्म को देखने को बाद आलिया भट्ट का रिएक्शन आया है।
उन्होंने शनिवार को अपनी मां सोनी राजदान और बहन शाहीन के साथ इस फिल्म को देखा। फिल्म देखने के बाद उन्होंने लिखा, ‘शनिवार की रात आंसुओं में बीती, जब हमने हमारी फेवरेट रानी मुखर्जी की फिल्म देखी। एक नई मां के रूप में इस फिल्म की कहानी ने मुझे काफी प्रभावित किया।’
आलिया भट्ट ने रानी मुर्खजी की तारीफ में लिखा, ‘आपके जैसा कोई नहीं है रानी मैम, ऐसा लग रहा जैसे मुझे नॉर्वे से इंडिया लाया जा रहा है। ऐसी शानदार फिल्म बनाने के लिए पूरी टीम को बधाई।’ आलिया ने फिल्म के अहम किरदार जिम सर्भ की भी तारीफ की है। आलिया ने कहा कि ऐसा कोई रोल नहीं है जो जिम नहीं कर सकते।
आलिया भट्ट के पहले शाहरुख खान ने भी फिल्म की जबरदस्त तारीफ की थी। उन्होंने फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा था कि रानी ने जो एक्टिंग की है वो सिर्फ रानी ही कर सकती थीं। इसके अलावा अर्जुन कपूर, विक्की कौशल और कैटरीना कैफ सहित कई स्टार्स ने फिल्म की प्रशंसा की थी।
ये फिल्म एक सच्ची घटना पर बेस्ड है। फिल्म में एक भारतीय मां अपने बच्चों को कानूनी दांव-पेंच से बाहर निकाल कर वापस पाने के लिए की पूरी कोशिश करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मां अपने बच्चों को वापस पाने के लिए एक देश के लीगल सिस्टम और एडमिनिस्ट्रेशन से लड़ जाती है।

रानी मुखर्जी ने फिल्म में जिसका किरदार निभाया है असल जिंदगी में उनका नाम सागरिका चक्रवर्ती है। वो कोलकाता की रहने वाली हैं। वो 2007 में अपने पति सहित नॉर्वे शिफ्ट हो जाती हैं। उनके दो बच्चे हुए। 2011 में नॉर्वे की चाइल्ड वेलफेयर सर्विसेज के अधिकारी सागरिका के घर आते हैं और उनके दोनों बच्चों को अपने साथ लेते जाते हैं।

उनका क्लेम होता है कि सागरिका और उनके पति अपने बच्चों का सही ढंग से ख्याल नहीं रख पाते हैं, इसलिए नॉर्वे के कानून के मुताबिक, बच्चों को सरकार अपने संरक्षण में रख लेती है। अब सागरिका अपने बच्चों को दोबारा पाने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ती है। फिल्म में पूरा यही प्रकरण दिखाया गया है।
फिल्म के रिलीज के साथ एक विवाद भी हुआ। भारत में नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकब फ्रेडनलिंड ने फिल्म के मेकर्स पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा, फिल्म में नॉर्वे को गलत तरीके से दिखाया गया है। फिल्म को एक गलत नैरेटिव के तहत बनाया गया है। साथ ही इसमें कई फैक्ट्स भी गलत बताए गए हैं।’ हंस जैकब फ्रेडनलिंड ने कहा कि ये उनका कर्तव्य है कि वो अपने देश के बारे में सही पक्ष रखें।
रानी मुखर्जी, अनिर्बन भट्टाचार्य, नीना गुप्ता स्टारर ये फिल्म 17 मार्च को रिलीज हुई है। आशिमा छिब्बर फिल्म की डायरेक्टर हैं। फिल्म को क्रिटिक्स का मिक्स्ड रिस्पॉन्स मिला है। हालांकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कुछ ज्यादा कमाल नहीं दिखा सकी। इसने अब तक 20 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया है।