ताल, बॉर्डर, हलचल, हंगामा, गांधी माय फादर, रेस, दिल चाहता है जैसी कई फिल्मों में नजर आए अक्षय खन्ना को बॉलीवुड का सबसे अंडररेटेड एक्टर कहें तो गलत नहीं होगा। इन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी, लेकिन हमेशा इन्हें कम आंका गया। कई बार फिल्मों से दूर हुए और हर बार जॉनर बदलकर वापसी की, वो भी दमदार अंदाज में। इनकी एक्टिंग के अलावा इनके बाल्ड लुक की भी चर्चा खूब हुई।
हीरो बने अक्षय का बाल्ड लुक जितना दर्शकों को खटकता था, उससे कहीं ज्यादा बड़ी चिंता का विषय ये लुक खुद अक्षय के लिए था। 19-20 साल की उम्र में बाल झड़ने से ये बुरी तरह टूट गए थे, इनका सेल्फ कॉन्फिडेंस भी लगभग खत्म हो गया था, लेकिन अक्षय ने कभी इसे छिपाने की कोशिश नहीं की।
48 साल के हो चुके अक्षय आज भी बॉलीवुड के मोस्ट एलिजिबल बैचलर्स की लिस्ट में हैं। ना इन्होंने शादी की, ना करना चाहते हैं। ये बात भी और है कि उनका नाम करिश्मा कपूर, तारा शर्मा जैसी एक्ट्रेस से जुड़ा।
28 मार्च 1975 को मुंबई में जन्मे अक्षय खन्ना 80 के दशक के स्टार विनोद खन्ना के छोटे बेटे हैं। इन्होंने बॉम्बे इंटरनेशनल स्कूल और लॉरेंस स्कूल लवडेल, ऊटी से पढ़ाई पूरी की। अक्षय पढ़ाई में कमजोर थे, लेकिन स्पोर्ट्स में माहिर थे। अक्षय और करण जौहर साउथ बॉम्बे में पड़ोसी हुआ करते थे और एक ही बैडमिंटन कोर्ट में खेला करते थे। अक्षय बैडमिंटन अच्छा खेलते थे, जबकि पड़ोस में रहने वाले करण बेहद खराब खेलते थे।
कॉफी विद करण चैट शो में करण जौहर ने खुलासा किया था कि बचपन में अक्षय बैडमिंटन कोर्ट में आते ही करण की तरफ इशारा करते हुए गुस्से में कहते थे, तुम…कोर्ट से बाहर निकलो। करण बचपन में सीधे-सादे थे तो वो बिना आपत्ति जताए सीधे बाहर निकल जाते थे। करण ने बताया कि अक्षय उनसे बहुत रूड बिहेव करते थे।
अक्षय खन्ना को कभी भी पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं रही। 17 साल की उम्र में अक्षय खन्ना ने सिर्फ इसीलिए कॉलेज का एग्जाम नहीं दिया क्योंकि वो जानते थे कि वो फेल हो जाएंगे। अक्षय ने एग्जाम तो नहीं दिया, लेकिन उन्हें फेल होने से ज्यादा डर इस बात का था कि वो घर पर ये कैसे बताएंगे।
अक्षय महीनों तक पिता विनोद खन्ना को सच्चाई बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाए कि उन्हें पढ़ाई छोड़नी है। एक दिन हिम्मत करके उन्होंने पिता को सच बता दिया तो खूब डांट पड़ी, लेकिन आखिरकार वो मान गए। इसी समय ये बात तय हुई कि अक्षय फिल्मों में करियर बनाएंगे। ऐसा अक्षय ने मिड-डे से बातचीत में शेयर किया था। हीरो बनने के लिए इन्होंने किशोर नमित स्कूल से एक्टिंग सीखी।
अक्षय खन्ना ने 1997 में रिलीज हुई फिल्म हिमालय पुत्र से बॉलीवुड डेब्यू किया था। ये फिल्म उन्हें इसीलिए मिली क्योंकि उनके पिता विनोद खन्ना के इसमें पैसे लगे थे। विनोद खन्ना फिल्म शुरू होने से पहले गोदरेज सिंथॉल सुपरमॉडल कॉन्टेस्ट के जज बने थे। इस कॉन्टेस्ट में बिपाशा बसु ने जीत हासिल की थी, उस समय वो फिल्मों में नहीं आई थीं।
विनोद खन्ना ने बिपाशा का हुनर पहचानते हुए उन्हें हिमालय पुत्र का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने वो ऑफर ठुकरा दिया। बिपाशा को लगता था वो हीरोइन बनने के लिए काफी छोटी हैं। बिपाशा के इनकार के बाद अंजला झावेरी ने उनकी जगह अक्षय खन्ना के साथ डेब्यू किया था।
हिमालय पुत्र बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी, लेकिन इसके लिए अक्षय को बेस्ट मेल डेब्यू एक्टर के लिए स्टार स्क्रीन अवॉर्ड मिला। आगे अक्षय बॉर्डर, लावारिस, आ अब लौट चलें जैसी फिल्मों में नजर आए, लेकिन ये फिल्में उनके लिए फायदेमंद साबित नहीं हुईं।
1999 में हिट फिल्म ताल से अक्षय को पॉपुलैरिटी मिलने लगी। 1999 में ही अक्षय की दहक भी फ्लॉप हो गई और उन्होंने एक साल का ब्रेक ले लिया। 2001 की दिल चाहता है से इनकी दमदार वापसी हुई। आगे इन्होंने रेस, आपकी खातिर, गांधी माय फादर, गली-गली चोर है जैसी फिल्में कीं।
फिल्म ताल में अक्षय खन्ना, अनिल कपूर और ऐश्वर्या राय लीड रोल में थे। एक दिन अनिल शूटिंग के लिए सेट पर समय पर पहुंच गए थे, लेकिन अक्षय का अता-पता नहीं था। घंटों बाद अक्षय सेट पर आए और उन्होंने बिना झिझक सबसे कहा कि वो सोते रह गए थे, इसीलिए टाइम पर नहीं आ सके। कुछ लोग उनसे नाराज जरूर हुए, लेकिन अनिल कपूर को उनकी ईमानदारी खूब पसंद आई।
बाल झड़ने की दिक्कत अक्षय के साथ 19 साल की उम्र से ही शुरू हो गई। इससे उनका आत्मविश्वास खत्म हो चुका था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि एक एक्टर के लिए उसका लुक सबसे ज्यादा मायने रखता है, ठीक वैसे ही जैसे किसी फुटबॉलर के लिए उसके पैर। बाल झड़ने के बावजूद अक्षय ने कभी दूसरे अभिनेताओं की तरह विग और पैच लगाने के बारे में नहीं सोचा। समय के साथ उन्होंने अपनी कमी को अपना लिया। आज अक्षय का बाल्ड लुक ही उनका आइकॉनिक लुक है।
करिश्मा कपूर के पिता रणधीर कपूर चाहते थे कि उनकी बेटी की शादी उनके करीबी दोस्त विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना से हो जाए। ये प्रस्ताव उन्होंने विनोद खन्ना को दिया, तो वो मान गए। दोनों ने शादी तय कर दी, लेकिन जैसे ही ये बात करिश्मा की मां बबीता तक पहुंची तो उन्होंने इनकार कर दिया। बबीता के इनकार के बाद दोनों की शादी टूट गई।
अक्षय एक समय साया फेम एक्ट्रेस तारा शर्मा के साथ रिलेशनशिप में थे। अक्षय अपनी प्राइवेट लाइफ को मीडिया से दूर रखते हैं, हालांकि जब वो कॉफी विद करण के दूसरे सीजन में पहुंचे तो उन्होंने अपने रिश्ते पर खुलकर बात की थी। रिपोर्ट्स की मानें तो अक्षय खन्ना और तारा के ब्रेकअप का कारण जॉन अब्राहम थे। तारा ने जॉन के लिए अक्षय से रिश्ता तोड़ा था।
अक्षय खन्ना 48 साल की उम्र में भी अनमैरिड हैं और वो भविष्य में कभी शादी नहीं करना चाहते। अक्षय कहते हैं कि वो सिंगल लाइफ एंजॉय करते हैं और उन्हें बच्चों में भी दिलचस्पी नहीं है।
सिमी गरेवाल के चैट शो में अक्षय ने खुलासा किया था कि वो तमिलनाडु की पूर्व सीएम और दिवंगत जे. जयललिता को डेट करना चाहते हैं। अक्षय ने बताया कि उनमें कई खूबियां हैं जो उन्हें आकर्षित करती थीं।
तारे जमीन पर, आमिर खान के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है, हालांकि आमिर से पहले ये फिल्म अक्षय को मिली थी। दरअसल प्रोड्यूसर अमोल गुप्ते अक्षय को फिल्म में टीचर राम निकुंज का रोल देना चाहते थे, लेकिन उनकी सीधी बातचीत नहीं थी।
एक दिन प्रोड्यूसर आमिर से मिले तो उनसे कहा कि अक्षय खन्ना से मुलाकात करवा दो, क्योंकि दिल चाहता है के बाद से अक्षय- आमिर दोस्त थे। आमिर ने प्रोड्यूसर से कहा जब तक मैं खुद फिल्म को पसंद न करूं तो मैं किसी और को उस फिल्म के लिए सलाह कैसे दे सकता हूं। ये सुनने के बाद प्रोड्यूसर ने आमिर को वो स्क्रिप्ट सुनाई तो आमिर को वो इतनी पसंद आई कि उन्होंने खुद रोल करने की बात कही। यहीं अक्षय का पत्ता कट गया और आमिर को फिल्म मिल गई।
2012 से 2016 तक इंडस्ट्री से दूर रहे अक्षय ने फिल्म ढिशूम से कमबैक किया। इसके बाद इन्हें लगातार मॉम, इत्तेफाक, सेक्शन 375 जैसी फिल्में मिलने लगीं। 2022 में रिलीज हुई दृश्यम 2 में अक्षय के रोल को खूब पसंद किया गया।