अखिलेश को तो जेल आते-जाते रहना पड़ेगा : भूपेंद्र चौधरी

यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया। अखिलेश के अपने नेताओं से जेल में मिलने के सवाल पर चौधरी ने कहा, ”कोई नई बात नहीं है। उनके नेता जेल जाते रहते हैं। वह भी उनसे मिलने जेल में आते-जाते रहेंगे।”

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”अखिलेश की सरकार में अराजकता हुई। गुंडागर्दी, बेईमानी भ्रष्टाचार और जमीनों पर कब्जे हुए। उनकी सरकार में उनके लोग इसमें संलिप्त रहे। उनका कैडर इसी तरह का है। इसलिए उनको मिलने जेल जाना पड़ेगा। अगर नहीं जाएंगे तो असंतोष पैदा होगा।” ये बातें भूपेंद्र ने लखनऊ के प्रदेश कार्यालय में बीजेपी की बैठक के बाद कहीं।
बीजेपी कार्यालय में विधायक और MLC की बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप से आगामी चुनाव की प्रक्रिया को लेकर मंथन हुआ। साथ ही यूपी में लोकसभा की हारी हुई 14 सीट पर बीजेपी के जीतने पर चर्चा हुई। चौधरी ने कहा, ”बीजेपी के संगठन में आंशिक बदलाव होगा। इसको लेकर भी हम शीर्ष नेतृत्व से चर्चा कर रहे हैं। बीजेपी के बैठक में 3 चरणों में मतदाता संपर्क अभियान को लेकर कार्य योजना तैयार की गई है।”
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”हम विधान परिषद की 5 सीटों पर भारी मतों की साथ जीत होगी। हमारे क्षेत्रीय संगठन के तमाम पदाधिकारी पार्टी का जनाधार को बढ़ाने के लिए लगे हैं। MLC सीट जीतने के लिए मतदाता संपर्क अभियान चलाया जाएगा।”
पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया, ”संगठन की बैठक में माइक्रो मैनेजमेंट के तहत प्लान तैयार किया गया है। हर बूथ को मजबूत करने को प्लान तैयार किया गया है। बूथ को माइक्रो मैनेजमेंट के तहत बांटा जाएगा। सबसे पहले संगठन की बैठक में MLC चुनाव जीतने को लेकर जिम्मेदारी तय की गई है।”
प्रदेश के पदाधिकारियों और यूपी सरकार के मंत्रियों के द्वारा 5 MLC स्नातक की सीट पर हो रहे चुनाव के लिए 7 से लेकर 20 जनवरी तक की मतदाता जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। मतदाता संपर्क अभियान मतदान के पहले तक कि प्रदेश के पदाधिकारियों और प्रदेश सरकार के मंत्रियों के नेतृत्व में घर-घर जाकर चलाया जाएगा।
बीजेपी की बैठक में यह तय हुआ है कि चुनावी क्षेत्रों में 39 जिले के मतदाता संपर्क सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। चुनाव क्षेत्रों के 39 जिलों में 21 से लेकर 23 जनवरी तक मतदाता संपर्क सम्मेलन का आयोजन होगा। इस सम्मेलन में सभी पदाधिकारियों और मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जा रही है।

इसके अलावा 9 से लेकर 10 जनवरी तक की मतदाता केंद्र पर की गई। बैठकों की समीक्षा बैठक भी की गई। बूथ के 20 वोटरों को जिम्मेदारी दी गई है। एक-एक घर से मतदान कराने के लिए मतदाताओं को बाहर निकाला जाए।