विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे अखिलेश, सपा में रामचरितमानस पर बयान बैन

समाजवादी पार्टी कार्यालय में रविवार को विधायक दल की बैठक हुई। शिवपाल सिंह यादव करीब 7 साल के बाद इस बैठक में शामिल हुए। उन्होंने विधायकों से कहा कि अब आजीवन समाजवादी पार्टी के लिए ही काम करूंगा। हम सबको मिलकर 2024 का चुनाव मजबूती से लड़ना है। लोकसभा चुनाव में सपा जीतेगी। इस दौरान हिदायत दी कि रामचरितमानस पर कोई भी नेता बयान नहीं देगा। बैठक में अखिलेश यादव मौजूद नहीं रहे।
शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार हर मुद्दे पर फेल है। उनके राज में कहीं पर भी जनता की सुनवाई नहीं हो रही है। हम लोग इन्हीं मुद्दों को उठाते हुए सरकार को घेरेंगे। हम लोग इस तरह लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेंगे। इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।

उन्होंने विधायकों को निर्देश दिए सभी नेता सोमवार को विधानसभा सत्र के दिन सुबह 9 बजे विधानसभा में पहुंच जाएंगे। उसके बाद सभी लोग चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचेंगे। अगर उन्हें रास्ते में रोक लिया जाता है तो वे वहीं पर धरना देंगे। उसके बाद 11 बजे सदन की कार्यवाही में शामिल होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि जो भी मुद्दे हैं, उसको प्रमुखता से उठाया जाए।

समाजवादी पार्टी से वरिष्ठ विधायक अवधेश प्रसाद ने बताया कि इस बार का बजट सत्र सरकार पूरी तरीके से विफल रहेगा। राज्यपाल के अभिभाषण से लेकर सरकार के द्वारा आयोजित किए गए सभी कार्यक्रम सीमित समय के लिए किए गए हैं जो कि सही नहीं है। वहीं लखनऊ के मध्य से विधानसभा विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि सरकारी अभिभाषण के तरीके से राज्यपाल का भाषण होगा क्योंकि सरकार के द्वारा पहले से ही उन्हें विज्ञप्ति भेज दी गई होगी।
जौनपुर जिले के मछली शहर की विधायक रागिनी सोनकर ने कहा कि एक बार फिर से विधानसभा सत्र की कार्यवाही कम चलाई जाएगी। विधानसभा बजट सत्र की कार्रवाई अमूमन 90 दिन की होती है। ऐसे में जिस तरीके से 20 फरवरी से लेकर 10 मार्च तक कि विधानसभा सत्र के चलाया जाएगा। वह बहुत ही कम है। इस तरीके से सत्य की कार्रवाई में पिछली बार भी हम लोगों की बात सामने नहीं रखी गई। और इस बार भी महिलाओं दलित वंचित और सामाजिक मुद्दों को ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

विधायक दल की बैठक से पहले रामचरितमानस और जाति जनगणना को लेकर लगाए गए बैनर -पोस्टर पार्टी कार्यालय से हटा दिया गया। इस पर सपा के विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि जाति जनगणना को लेकर जो भी समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर बैनर लगवाई गई थी। वह भाजपा सरकार के द्वारा हटा दी गई। उससे हमारी पार्टी का कुछ भी लेना देना नहीं है।
सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मल्होत्रा ने रोली तिवारी और ऋचा सिंह को पार्टी से निकाले जाने पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि ये दोनों नेत्रियां लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रही थी। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पार्टी की ओर से निर्णय लिया गया है कि किसी भी जाति समाज धर्म को लेकर कोई भी नेता अनर्गल बयान कोई भी पार्टी का नेता नहीं देगा।
लगातार दोनों नीतियों के द्वारा बयान दिया जा रहा था इसलिए उन पर पार्टी ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। आज की भी बैठक में यह फैसला किया गया है। किसी भी जाति, धर्म और समाज के खिलाफ कोई भी बयान पार्टी का विधायक और नेता नहीं देगा।
शिवपाल यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनकी निजी राय बताया था। शिवपाल ने कहा कि उनके इस बयान से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। उनके बयान पर हम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ही सब कुछ साफ कर चुके हैं।
लखनऊ के गोमती नगर के एक होटल में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के साथ हाथापाई की है। बताया जा रहा है कि महंत राजू दास एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां पर स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक पहले से मौजूद थे। इस दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई। मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। स्वामी ने कहा, “मुझ पर तलवार और फरसा से हमला करने का प्रयास किया गया। वहां मौजूद मेरे समर्थकों ने बचा कर गाड़ी में बैठाया।
यूपी में रामचरितमानस को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। लखनऊ में कुछ दिन पहले रामचरितमानस की कुछ प्रतियों को जलाकर विरोध किया गया। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। महासभा ने पहले से ही विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था।