महाराष्ट्र में नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार सुबह आरंभ हो गया। राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने सत्र शुरू होने से पहले विधान भवन के प्रवेश द्वार पर अजित पवार और पार्टी विधायक रोहित पवार से मुलाकात की। सुले ने पत्रकारों से कहा, ”यह दिन अपने साथ बड़ी जिम्मेदारी लाया है।” सदन में कार्यवाहक अध्यक्ष कालीदास कोलांबकर ने बबनराव पचपुते, विजयकुमार गावित और राधाकृष्ण विखे पाटिल को सदस्यों को शपथ दिलाने के वास्ते पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया।
राकांपा नेता अजित पवार, छगन भुजबल, कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल (राकांपा) तथा हरीभाऊ बागड़े (भाजपा) पहले शपथ लेने वालों में शामिल रहे। पीठासीन अधिकारी पचपुते और गावित ने सबसे पहले शपथ ली और फिर इसके बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली। अजित पवार जब शपथ लेने के लिए मंच पर गए तो राकांपा सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया। नव निर्वाचित शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को विभिन्न दलों ने बधाई दी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के 29 वर्षीय बेटे आदित्य सभी वरिष्ठ सदस्यों के पास उन्हें बधाई देने के लिए गए। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कोलांबकर को मंगलवार शाम को कार्यवाह अध्यक्ष नियुक्त किया था। नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाए थे।
किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कोश्यारी से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाए। राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से 23 नवंबर को बनी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मंगलवार दोपहर को तब गिर गयी जब पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर उसके बाद देवेंद्र फडणवीस को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के ‘महाविकास अघाडी’ ने सोमवार को 162 विधायकों का समर्थन होने का दावा करते हुए राज्यपाल को एक पत्र सौंपा। राकांपा ने घोषणा की कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। वह बृहस्पतिवार शाम को दादर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस स्थान पर उनकी पार्टी हर साल पारंपरिक दशहरा रैली का आयोजन करती है।