उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनाए जाने के साढे़ तीन महीने बाद आखिरकार अजय राय ने अपनी यूपी टीम का ऐलान कर दिया। इसमें 130 सदस्य हैं। 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस की टीम में दलित, पिछड़ा और मुस्लिम वर्ग के 65% से ज्यादा पदाधिकारी का चयन किया गया है।
2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उम्र का खास ध्यान रखा गया है। 50 साल से कम उम्र के पदाधिकारियों को ही स्थान दिया गया है। खास बात यह भी है कि लखीमपुर खीरी से 3 बार के लोकसभा सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा को टीम में जगह दी गई है। यही नहीं, पूर्व सांसद पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को भी टीम में सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले तनुज पुनिया का नाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता में भी शामिल रहा है।
डॉ. पूर्वी वर्मा को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जगह मिली है। बीते दिनों पूर्वी वर्मा के पिता रवि प्रकाश वर्मा ने सपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
कांग्रेस ने अपनी नई टीम का ऐलान किए गए वादे के हिसाब से किया है। इसमें जाति की हिस्सेदारी को बहुत तवज्जो दी गई है। नई कमेटी में उदयपुर चिंतन शिविर की घोषणाओं को लागू कर 65% भागीदारी पिछड़े और दलित नेतृत्व को दिए गए। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्षों और महासचिवों की नियुक्ति हुई है।
सोहिल अंसारी, विश्व विजय सिंह, मकसूद खान, संजीव दरियाबादी, आलोक प्रसाद, शरद मिश्रा, राहुल राय, राघवेंद्र सिंह, राजकुमार रावत, मनीष मिश्रा, सुशील पासी, विदित चौधरी, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, केशव चंद यादव, रिजवान कुरैशी, दिनेश कुमार सिंह उपाध्यक्ष बने है।
इसके अलावा अनिल यादव, विवेकानंद पाठक, राहुल रिछारिया, अंशु तिवारी, पूर्व पार्षद पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान, जेपी पाल, सरिता पटेल, देवेंद्र सिंह महासचिव बने है। यूपी कांग्रेस कमेटी ने उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी और लड़ने का ऐलान भी किया है
कांग्रेस कमेटी की टीम में प्रदेश की एससी-एसटी कमेटी के अध्यक्ष आलोक प्रसाद को इस बार उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा संगठन की जिम्मेदारी निभा रहे दिनेश कुमार सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। अनिल यादव को महासचिव और लखनऊ के पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान को महासचिव के पद पर जिम्मेदारी दी गई है।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि टीम क्या ऐलान में पूर्व पदाधिकारी को कब बढ़ाया गया है, तो दूसरी तरफ कई ऐसे पदाधिकारी को सीधे प्रदेश की कमेटी में शामिल किया गया है जो अभी तक जिले में जिम्मेदारी निभा रहे थे। 2024 को लेकर तैयार की जा रही इस टीम में नए लोगों को ज्यादा तवज्जो दी गई है।
अजय राय की नई कमेटी में जहां क्षेत्रीय संतुलन साधा गया है, वहीं उदयपुर चिंतन शिविर में की कई घोषणाओं को लागू कर करीब 68 प्रतिशत से ज्यादा भागीदारी पिछड़े और दलितों एवं अल्पसंख्यकों को दी गई है। प्रदेश कार्यकारिणी में 23 दलित, 22 मुसलमान और 44 ओबीसी वर्ग के नेताओं को शामिल किया गया है। सामान्य वर्ग में 12 ठाकुर, 16 ब्राह्मण, तीन भूमिहार सहित 41 लोगों को जगह मिली है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पदभार ग्रहण करने के तीन महीने बाद प्रदेश कार्यकारिणी शनिवार को घोषित कर दी है। इसमें निषाद, पाल सहित अन्य अति पिछड़ों, दलितों एवं अल्पसंख्यकों पर जोर दिया गया है। करीब 67 फीसदी पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम है। एक तरफ युवाओं को मौका तो सपा से नेताओं को भी जगह कमेटी में जहां एक तरफ युवा चेहरों को तवज्जो दी गई है तो दूसरी ओर सपा सहित अन्य दलों से आए नेताओं को भी कार्यकारिणी में जगह मिली है। पुराने चेहरों की बजाय ज्यादातर नए चेहरों पर दांव लगाया गया है। प्रदेश कार्यकारिणी में 16 उपाध्यक्षों को शामिल किया गया है। महासचिवों में अब तक संगठन सचिव रहे अनिल यादव को पदोन्नति दी गई है। प्रवक्ता तनुज पुनिया, युवक कांग्रेस के ओमवीर यादव, कनिष्क पांडेय, सपा से आए पूर्व विधायक राकेश राठौर व अहमद हमीद कोकब सहित 38 लोगों को जगह मिली है। सचिवों में सपा से आईं पूर्वी पटेल, सपा से आई अर्चना राठौर सहित 76 लोगों को शामिल किया गया है। मालूम हो कि कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर 17 अगस्त को अजय राय को जिम्मेदारी सौंपी थी।
नई कार्यकारिणी में शामिल 16 उपाध्यक्षों में सोहिल अंसारी, विश्व विजय सिंह, मकसूद खान, संजीव दरियाबादी, आलोक प्रसाद,” शरद मिश्रा, राहल राय, राघवेंद्र सिंह, राजकुमार रावत, मनीष मिश्रा, सुशील पासी, विदित चौधरी, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, केशव चंद यादव, रिजवान कुरैशी, दिनेश कुमार सिंह शामिल की पदोन्नति हुई है। इसके साथ ही विवेकानंद पाठक, राहुल रिछारिया, अंशु तिवारी, मुकेश सिंह चौहान, जेपी पाल, सरिता पटेल, देवेंद्र सिंह, मुकुंद तिवारी, मनींद्र मिश्रा, जयकरन वर्मा, धीरेंद्र प्रताप सिंह, रामकिशुन पटेल, योगेंद्र मिश्र, सैफ अली नकवी, अभिमन्यु सिंह, सुभाष पाल, कुमुद गंगवार, ओमवीर यादव, कनिष्क पांडेय, परवेज अहमद, कौशलेंद्र यादव, मुकेश धनगर, सुबोध शर्मा, सचिव चौधरी, तुक्कीमल खटिक, विजेंद्र यादव, अहमद हमीद कोकब, सुशांत गोयल, मनोज गौतम, अमरेंद्र मल्ल, अवधेश सिंह, अरशद खुर्शीद, राकेश राठौर, तनुज पुनिया, हरप्रकाश अग्निहोत्री, ओमप्रकाश ओझा, प्रकाश प्रधान शामिल हैं।
कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू ने आठ अक्तूबर 2019 को घोषित की थी। एक अक्तूबर 2022 को पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी के साथ छह क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाए गए थे। इसमें अजय राय, नसीमुद्दीन, नकुल दुबे, वीरेंद्र चौधरी, अनिल यादव, योगेश दीक्षित शामिल थे। 17 अगस्त को शीर्ष नेतृत्व ने अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया और अन्य क्षेत्रीय अध्यक्षों का कार्यकाल समाप्त कर दिया। अब नई कार्यकारिणी में इन सभी पांचों क्षेत्रीय अध्यक्षों को शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में इन नेताओं के भविष्य को लेकर भी चर्चा भी शुरू हो गई है