7 घंटे तड़पने के बाद ई-रिक्शा में बैठा युवक बेसुध हुआ तो ड्राइवर ने फेंका, गोंडा का रहने वाला था युवक

लखनऊ में दिल दहला देने वाली घटना हुई। ठाकुरगंज इलाके में एक ई-रिक्शा ड्राइवर ने अपनी सवारी को बेसुध होने पर रोड साइड फेंक दिया। लड़की सांसे चल रही थीं। वहां रहने वाले लोगों के मुताबिक, करीब 7 घंटे तक लड़का वहीं पर तड़पता रहा। इसके बाद उसकी मौत हो गई। ये पूरी घटना CCTV में कैद हुई। अब पुलिस ई रिक्शा ड्राइवर को ढूंढ रही है।
अहम बात ये भी है कि इस दौरान ई रिक्शा में और भी सवारियां बैठी थीं। बेसुध लड़के को सड़क किनारे फेंकने में अन्य सवारियों ने भी मदद की। लेकिन किसी ने उसका इलाज कराने या अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की। सड़क पर लोग भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने विरोध नहीं किया। सूचना पाकर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस ट्रामा सेंटर ले गई। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे ई-रिक्शे से फेंका गया। युवक दोपहर करीब 12 बजे तक सड़क पर तड़पता रहा। ड्राइवर ने जो कुछ भी किया, वो CCTV में कैद हो गया। DCP पश्चिम राहुल राज ने बताया कि करीब एक बजे पुलिस को घटना का पता चला था। युवक के पास से एक मोबाइल फोन मिला। जिससे उसकी पहचान सहारनपुर गौशाला रोड में रहने वाले राम सुंदर के बेटे सूरज कश्यप (35) के तौर पर हुई।
राम सुंदर ने बताया कि वह मूल रूप से गोंडा नवाबगंज के रहने वाले हैं। सूरज की पत्नी काफी दिनों से गोंडा में है। जिसे लेने के लिए गुरुवार दोपहर करीब 12.30 बजे सहारनपुर से गोंडा जाने के लिए निकला। रात में एक बार फोन पर उनसे बात भी हुई थी। आशंका है कि ट्रेन से उतर ई-रिक्शे में बैठने के बाद ही सूरज की तबRयत बिगड़ने बाद यह घटना हुई। शव का पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी।