7 अक्टूबर को हमास आतंकियों के हमले में 1200 इजराइली नागरिक मारे गए थे। इसके बाद इजराइल में गन लाइसेंस की मांग कई गुना बढ़ गई है। नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतमार बेन गिविर के मुताबिक- 7 अक्टूबर के बाद 2 लाख 60 हजार इजराइली नागरिकों ने गन लाइसेंस के लिए अप्लाई किया है।
दूसरी तरफ, इजराइल की सिक्योरिटी एजेंसी शिन बेत के चीफ रोनेन बार ने कहा है कि उनकी टीम हमास नेताओं के खिलाफ नया ऑपरेशन लॉन्च करेगी और किसी भी नेता को नहीं छोड़ा जाएगा।
7 अक्टूबर के बाद इजराइल सरकार ने बेन गिविर की सलाह पर गन लाइसेंस अप्लाई करने के नियम सरल किए। अब लाइसेंस जारी करने के लिए नया पूल भी तैयार किया गया है। गिविर ने संसद में कहा- इस बार जब जंग शुरू हुई तो हमने महसूस किया कि इन नियमों को सरल बनाया जाना जरूरी है।
गिविर ने आगे कहा- मेरी कोशिश है कि अब ज्यादा से ज्यादा इजराइलियों के पास हिफाजत के लिए हथियार होने चाहिए। सरकार बहुत तेजी से काम कर रही है और इस वक्त हम हर रोज करीब 3 हजार लोगों को गन लाइसेंस अप्रूवल दे रहे हैं। इसके पहले ये 100 से भी कम होता था।
इजराइल की सिक्योरिटी एजेंसी शिन बेत के चीफ रोनेन बार ने कहा है कि सरकार ने एक टारगेट दिया है और उनकी टीम इस पर तेजी से उस पर काम कर रही हैं।
इजराइल की सिक्योरिटी एजेंसी शिन बेत के चीफ रोनेन बार ने अहम बयान दिया है। बार के मुताबिक- सरकार ने हमें एक टारगेट दिया है और हम तेजी से उस पर काम कर रहे हैं। अगर हमास के नेता कतर और तुर्किये में छिपे होंगे तो उन्हें वहां भी मार गिराया जाएगा। 1972 में म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान हमारे 11 एथलीट्स को मार दिया गया था। इसके बाद हमने क्या किया था? यह सबके सामने है। हम आगे भी यही कर सकते हैं।
7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद जंग शुरू हुई और इसके बाद यह पहली बार है जब शिन बेत ने कोई बयान दिया हो। 22 नवंबर को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया एजेंसी मोसाद को आदेश दिया था कि वो हमास नेताओं के खिलाफ एक्शन ले और इसके लिए उसे फ्री हैंड दिया था।
ब्रिटेन की डिफेंस मिनिस्ट्री ने रविवार को कहा कि वो इजराइल और गाजा के जमीनी हालात का पता लगाने जा रहा है। इसके तहत ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स के सर्विलांस एयरक्राफ्ट इस्तेमाल किए जाएंगे।
बयान के मुताबिक ये सभी ड्रोन होंगे और इनका कोई कोई जंगी इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इस सर्विलांस का एक मकसद हमास की कैद में मौजूद बंधकों का पता लगाना भी है
रविवार को यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में 3 जहाजों पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। इनमें से 2 इजराइल के जहाज बताए जा रहे हैं। इनका नाम यूनिटी एक्सपलोरेर और नंबर नाइन है। इसके अलावा यमन के होदायदा पोर्ट से 101 किलोमीटर दूर एक शिप कंटेनर को भी नुकसान पहुंचने की खबर है।
वहीं, अमेरिका ने कहा है कि उसने लाल सागर में अपने युद्धपोत पर अटैक करने जा रहे 3 ड्रोन्स को मार गिराया। एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हूती विद्रोहियों की तरफ से किए गए हमले लगभग 5 घंटे तक जारी रहे। ये सुबह 10 बजे शुरू हुए थे। पिछले महीने हूती विद्रोहियों ने एक जहाज को हाइजैक कर लिया था, ये तुर्किये से भारत आ रहा था। हूतियों का कहना है कि वो इजराइली जहाजों पर हमले जारी रखेंगे।