जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने और अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर देश की ही नहीं, दुनियाभर की नजरें थीं। खासकर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ उनके पूरे देश के लोगों की निगाहें पीएम मोदी के संबोधन पर रहीं। उन्हें अंदेशा था कि पीएम मोदी पाकिस्तान के बारे में जिक्र कर सकते हैं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बावजूद इसके लोगों ने जमकर पीएम मोदी के भाषण को यूट्यूब पर देखा और सुना।
पीएम ने अपने संबोधन में भविष्य की योजनाओं का खाका खींचा। उन्होंने विकास की बात की तो पर्यावरण पर भी चिंता दिखाई। स्वदेशी को बल दिया। युवा भारत में डिजिटल को प्रोत्साहन दिया। जो पीएम को लाइव नहीं सुन सके, उन्होंने यूट्यूब पर उनके भाषण को सर्च किया। इतना ही नहीं, पाकिस्तान में भी उनका भाषण यूट्यूब पर खूब सर्च किया गया। रात साढ़े आठ बजे गूगल ट्रेंड से पता चला कि खैबर पख्तूनख्वा, इस्लामाबाद, सिंध, पंजाब, बलूचिस्तान में नरेंद्र मोदी, मोदी, मोदी स्पीच टुडे की वर्ड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को यूट्यूब पर सर्च किया गया। इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा में तो करीब 100 फीसद उत्सुकता दिखी।
इन देशों में भी सर्च किया गया भाषण
लाल किले पर दिए गए प्रधानमंत्री के भाषण को यूट्यूब पर यूएई, कतर, नेपाल, सिंगापुर, ओमान, ऑस्टे्रलिया, कनाडा, बांग्लादेश, यूके, यूएसए में भी सर्च किया गया।
इमरान के बयान पर पीएम ने चुप्पी से दिया जवाब
गौरतलब है कि लाल किले पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 92 मिनट लंबे भाषण में एक बार भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। यह अलग बात है कि एक दिन पहले ही पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का पूरा भाषण भारत, पीएम मोदी और यहां तक की आरएसएस पर ही केंद्रित था।
इमरान खान की बौखलाहट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने बयान में यह तक भविष्यवाणी कर दी कि भारत अब पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में बालाकोट से भी ज्यादा बड़ा हमला करने जा रहा है। बता दें कि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से बालाकोट में हवाई हमला किया गया था।
पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
लाल किले से अपने संबोधन के दौरान जनसंख्या विस्फोट को लेकर पीएम चिंतित दिखे। उन्होंने देशवासियों से भी अपील की कि जनसंख्या पर अंकुश में वे सहयोग करें। हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए जनसंख्या विस्फोट कई समस्याओं का कारण बनेगा, लेकिन जनता की एक सतर्क श्रेणी ऐसी भी है जो एक बच्चे को दुनिया में लाने से पहले यह सोचते हैं कि वह उस बच्चे के साथ न्याय कर पाएंगे या नहीं, वह जो कुछ भी चाहता है उसे वह सबकुछ दे पाएंगे या नहीं। उनका परिवार छोटा है और वह इसके माध्यम से अपनी देशभक्ति जाहिर करते हैं। हमें उनसे सीखना चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण: प्लास्टिक की थैलियों को कहें ना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्वच्छता अभियान की तर्ज पर देश को पॉलीथीन मुक्त करने का एक बड़ा एलान किया। दो अक्टूबर को इसे लेकर देश भर में अभियान चलाने की अपील की है। इसके तहत एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक को इकट्ठा करने को कहा है। साथ ही लोगों से अपील की है, वह प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैलों का इस्तेमाल करे।
स्वदेशी से बनेगा भारत: स्थानीय उत्पादों को ग्लोबल मार्केट में ले जाना है
भाजपा और संघ के एजेंडे में रहे स्वदेशी की झलक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को दिए गए अपने संबोधन में दिखा दी। उन्होंने इसे देश के विकास और निर्माण से भी जोड़ा। स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपील की सभी लोग देश में बनी चीजों को ही प्राथमिकता दें। एक नारा भी दिया- ‘लकी कल के लिए लोकल, उज्ज्वल कल के लिए लोकल’।