चीन डिजिटल मीडिया से काफी खौफजदा है। खासकर शी चिनफिंग को मशहूर हस्तियों की लोकप्रियता खटकने लगी है। यही कारण है कि चीन के साइबरस्पेस प्रशासन (सीएसी) ने मशहूर हस्तियों की लोकप्रियता को कम करने के लिए एक नया अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान का मकसद इंटरनेट पर मशहूर हस्तियों की व्यक्तिगत जानकारी और सोशल मीडिया साइटों पर उनकी मौजूदगी को कम करना है। हालांकि चीन का कहना है कि इस कदम का मकसद मशहूर हस्तियों को अफवाहें फैलाने और गलत जानकारी देने से रोकना है।
सीएसी ने बीते 23 नवंबर को चीन में सेलिब्रिटी फैन कल्चर की निगरानी और रेगुलेशन की आधिकारिक घोषणा की। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मशहूर हस्तियों को अपने फैन पेज के साथ सार्वजनिक दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखनी चाहिए। ‘द जिनेवा डेली’ की रिपोर्ट के मुताबिक सीएसी के अधिकारियों ने घोषणा की कि वे उन मशहूर हस्तियों की एक सूची तैयार करेंगे जो धन का प्रदर्शन करने और प्रशंसकों को प्रभावित करने के लिए किसी भी तरह के बुरे मूल्यों को बढ़ावा दे रहे हैं।
साइबरस्पेस प्रशासन (सीएसी) की ओर से इस अभियान की घोषणा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा देश के विकासशील मनोरंजन उद्योग और सेलिब्रिटी घोटालों पर चिंता व्यक्त करने के बाद हुई। सीएसी के एलान के साथ ही इंटरनेट के सभी सोशल मीडिया और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों से लोकप्रिय अभिनेत्री झाओ वेई को नादारद होते हुए देखा। हालांकि चीनी अधिकारियों ने झाओ को सोशल मीडिया से हटाने के लिए कोई ठोस तर्क नहीं दिया लेकिन सरकारी मीडिया ने कहा कि पिछले एक साल में अभिनेत्री के विभिन्न घोटाले इसकी वजह हो सकते हैं।
हाल ही में चीन ने अपने देश के संविधान में संशोधन करके धार्मिक संगठनों पर नियंत्रण बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। चीन में अब धर्म की नई वैचारिक अवधारणा पेश की जाएगी। इसमें इस बात पर भी जोर रहेगा कि धर्म को सोशलिस्ट समाज के तौर पर अंगीकार करना होगा। चाइना एड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले महीने सिचुआनीज शहर के देयांग स्थित चर्च से प्रशासन के ईसाइयों को गिरफ्तार करने के बाद अब विभिन्न धर्मों के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने पर बल दिया जा रहा है।