इंग्लैंड टीम 3 साल बाद भारत में टेस्ट खेलने के लिए हैदराबाद पहुंच चुकी है। यहां 5 टेस्ट की सीरीज का पहला मुकाबला 25 जनवरी से खेला जाएगा। 2025 में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिहाज से दोनों ही टीमों के लिए सीरीज बेहद अहम है।
टीम इंडिया 54.16% पॉइंट्स के साथ टेबल में दूसरे नंबर पर है। टीम 5-0 या 4-1 से सीरीज जीतकर पहले नंबर पर पहुंच सकती है। जबकि इंग्लैंड महज 15% पॉइंट्स के साथ 7वें नंबर पर है, टीम 5-0 से जीतकर दूसरे नंबर पर पहुंच सकती है। फिलहाल पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है, उनके 61.11% पॉइंट्स हैं।
अगर टीम इंडिया होम टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी तो उन्हें फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में मुश्किल सीरीज जीतनी ही होगी। वहीं इंग्लैंड अगर हारा तो टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए बाकी सीरीज में ज्यादा से ज्यादा मैच जीतने पड़ेंगे।
2019-21 WTC में भारत को फाइनल का टिकट इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के कारण मिला था। भारत ने 3-1 से इंग्लैंड को हराने के बाद ही साउथैम्प्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल खेला। 2021-23 में भी टीम इंडिया के इंग्लैंड में हारने के कारण फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें कम हो गई थीं। तब टीम ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी 6 में से 4 टेस्ट जीतकर फाइनल में पहुंची थी।
WTC में टीमों को एक जीत पर 12 पॉइंट्स, ड्रॉ पर 4 और हार पर कोई पॉइंट नहीं मिलता। जबकि टाई होने पर दोनों टीमों को 6-6 पॉइंट्स मिलते हैं। एक टीम को 6 सीरीज खेलनी ही होती हैं, लेकिन हर टीम की सीरीज में मैचों की संख्या फिक्स नहीं होती। किसी सीरीज में 2 ही टेस्ट मैच होते हैं तो किसी में 5 टेस्ट भी हो सकते हैं।
ऐसे में अगर टोटल पॉइंट्स के आधार पर रैंकिंग बनाई जाती तो उन टीमों को ज्यादा फायदा होता जो 5 टेस्ट की सीरीज खेलतीं। इस स्थिति से बचने के लिए ICC ने रैंकिंग के लिए परसेंटेज पॉइंट्स को अहमियत दी और इसी से रैंक डिसाइड करने का भी फैसला किया।
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज होगी। एक जीत के 12 पॉइंट्स यानी सीरीज में कुल 60 पॉइंट्स दांव पर लगे हैं। पिछली बार फाइनल खेलने वाली ऑस्ट्रेलिया के 152 और भारत के 127 पॉइंट्स थे। ऑस्ट्रेलिया ने 19 और भारत ने 18 मैच खेले थे। वहीं इंग्लैंड ने 22 मुकाबले खेले।
जून 2023 में WTC फाइनल के बाद चैंपियनशिप की नई साइकिल शुरू हो गई थी। भारत ने 2023-25 साइकिल में अब तक वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका का दौरा कर लिया है। दोनों ही देशों में भारत ने 2-2 टेस्ट खेले। भारत को वेस्टइंडीज में एक जीत मिली और एक मैच ड्रॉ रहा। वहीं, साउथ अफ्रीका में टीम को 1 जीत और 1 हार मिली।
4 मैच में 26 पॉइंट्स के साथ भारत WTC पॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर है। भारत को 2 जीत से 24 और एक ड्रॉ से 4 पॉइंट्स मिले। लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ स्लो ओवर रेट के कारण टीम के 2 पॉइंट्स कट भी गए। इसलिए टीम के इस वक्त 28 की बजाय 26 पॉइंट्स हैं और उनके पॉइंट्स परसेंटेज 54.16% हैं।
भारत के सीरीज जीतने पर क्या होगा: सभी मैचों में किसी टीम को जीत या हार मिले तो भारत 3 कंडीशन में सीरीज जीत सकता है।
5-0 से जीत- टीम के 9 मैचों में 86 पॉइंट्स हो जाएंगे। इससे भारत के 79.6% होंगे और टीम पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर पर आ जाएगी। इंग्लैंड 7.5% पॉइंट्स के साथ 8वें नंबर पर पहुंचेगा।
4-1 से जीत- टीम के 9 मैचों में 74 पॉइंट्स और 68.15% परसेंटेज पॉइंट्स होंगे। इससे भी टीम पहले नंबर पर आ जाएगी। इंग्लैंड टीम 17.5% पॉइंट्स के साथ 7वें नंबर पर ही रहेगी।
3-2 से जीत – इस स्थिति में भारत के 9 मैच में 62 पॉइंट्स होंगे, यानी 57.4% के साथ टीम दूसरे नंबर पर ही रहेगी। इंग्लैंड टीम 27.5% पॉइंट्स के साथ 7वें नंबर पर ही रहेगी।
इंग्लैंड इस समय WTC टेबल में 7वें नंबर पर है। इंग्लैंड ने अब तक WTC 2023-25 में कुल 5 मैच खेले हैं, जिनमें सभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐशेज में रहे। 2 जीत और एक ड्रॉ के साथ टीम के कुल 28 पॉइंट होते हैं, लेकिन एशेज सीरीज में धीमी ओवर गति के लिए इंग्लैंड पर 19 WTC (डब्ल्यूटीसी) पॉइंट्स का जुर्माना लगाया गया। इस कारण टीम के 9 पॉइंट्स ही हैं।
इंग्लैंड के सीरीज जीतने पर क्या होगा: सभी मैचों के नतीजों के आधार पर इंग्लैंड टीम भी 3 कंडीशन में सीरीज जीत सकती है।
5-0 से जीत- टीम के 10 मैच में 69 पॉइंट्स होंगे। यानी 57.5% परसेंटेज पॉइंट्स के साथ टीम दूसरे नंबर पर आ जाएगी। भारत 24.07% पॉइंट्स के साथ 7वें नंबर पर पहुंच जाएगा
3-2 से जीत – इंग्लैंड के 45 पॉइंट्स और 37.5% परसेंटेज पॉइंट्स हो जाएंगे। इससे भी टीम छठे नंबर पर ही रहेगी। भारत 46.3% पॉइंट्स के साथ छठे नंबर पर पहुंच जाएगा।
सीरीज का एक मुकाबला ड्रॉ होने के बाद अगर दोनों टीमें 2-2 मुकाबले जीतती है तो सीरीज ड्रॉ हो जाएगी। तीन मुकाबले ड्रॉ होने पर भी दोनों टीमें 1-1 मुकाबला जीते तो सीरीज ड्रॉ हो सकती है। एक ड्रॉ खेलने से टीमों को 4 पॉइंट्स मिलते हैं। ऐसे में इंडिया-इंग्लैंड सीरीज के 2 समीकरण बनेंगे…
2-2 से ड्रॉ- भारत के 9 मैच में 50% परसेंटेज पॉइंट्स होंगे। इस स्थिति में भारत तीसरे से पांचवें स्थान के बीच रहेगा। वहीं, इंग्लैंड 10 मैच में 37 पॉइंट्स और 30.8% परसेंटेज पॉइंट्स लेकर 7वें स्थान पर ही रहेगा।
1-1 से ड्रॉ- भारत के 46.2% होंगे और टीम छठे नंबर पर पहुंच जाएगी। वहीं, इंग्लिश टीम के 27.5% पॉइंट होंगे और टीम 7वें नंबर पर ही बरकरार रहेगी।
2019-21 के बीच पॉइंट्स सिस्टम में हुआ बदलाव
2019 में जब टेस्ट चैंपियनशिप के पहले साइकिल की शुरुआत हुई तो ICC ने कहा था कि दो या इससे अधिक मैचों की सीरीज के लिए 120 पॉइंट होंगे। दो टेस्ट की सीरीज में हर मैच के लिए 60 अंक। तीन मैचों की सीरीज में हर मैच के लिए 40 अंक। इसी तरह 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में हर मैच के लिए 30 और पांच टेस्ट की सीरीज के लिए हर टेस्ट के लिए 24 अंक होते थे।
कोरोना महामारी के कारण ICC ने नवंबर 2020 में पॉइंट सिस्टम में बदलाव किया। कई सीरीज रद्द होने के कारण कुछ टीमों की जरूरी 6 सीरीज पूरी नहीं हो रही थी। इस कारण ICC ने सीधे-सीधे पॉइंट की गणना करने की जगह परसेंटेज पॉइंट सिस्टम का नियम लागू कर दिया।WTC में किसी टीम के परसेंटेज पॉइंट्स का मतलब है कि किसी टीम ने अपने लिए संभव अधिकतम पॉइंट्स में से कितने पॉइंट हासिल किए। जैसे हम किसी एग्जाम में बैठते हैं और मान लीजिए कि एग्जाम के टोटल मार्क्स 500 हैं। हमें 500 में से 400 अंक ही मिलते हैं। तो हम कहते हैं कि मुझे 80% पॉइंट्स मिले।
जैसे, फिलहाल भारत के 2 सीरीज के 4 मैचों में 26 पॉइंट्स हैं। टीम 4 मैचों से अधिकतम पॉइंट्स 48 हासिल कर सकती थी लेकिन उनके 26 ही पॉइंट्स हैं। इसे परसेंटेज में कैलकुलेट करें तो भारत के 54.16% पॉइंट्स होंगे। इसका सिम्पल फॉर्मुला है, [(हासिल पॉइंट्स100)/कुल पॉसिबल पॉइंट्स]। भारत की कंडीशन में ये [(26100)/48] होगा।
भारत और इंग्लैंड के बीच भारत में आखिरी टेस्ट सीरीज 2021 के दौरान खेली गई थी। यह जून 2021 में WTC फाइनल से पहले भारत की आखिरी सीरीज थी। टीम को फाइनल खेलने के लिए 4 में से 2 टेस्ट जीतने थे। पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टीम को हरा दिया। अब आखिरी 3 में से 2 में जीत चाहिए थी। भारत ने तीनों टेस्ट जीते और सीरीज 3-1 से अपने नाम कर 2021 का WTC फाइनल भी खेला।
2021 में पहले WTC फाइनल के बाद भारतीय टीम ने 2021-23 साईकिल की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ की। यह सीरीज ही पूरे साईकिल की सबसे बड़ी हाईलाइट रही। इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने उनके घर में 2-1 की बढ़त ले ली थी। टीम सीरीज जीतने से एक मैच दूर थी, लेकिन इंग्लैंड ने भारत को चौथा मैच ड्रॉ करने पर मजबूर कर दिया।
मैनचेस्टर में 5वें टेस्ट से पहले तक भारत 2-1 से आगे चल रहा था, तभी कोविड महामारी फिर से हावी हो गई। BCCI ने इस कारण 5वां टेस्ट पोस्टपोन करने का फैसला किया।
भारत एक साल बाद 5वां टेस्ट खेलने के लिए इंग्लैंड लौटा। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम ने इंग्लैंड को 378 रन का मुश्किल टारगेट भी दे दिया। लेकिन इंग्लैंड ने इसे 3 ही विकेट गंवाकर हासिल कर लिया और भारत को 2-2 से सीरीज ड्रॉ के साथ घर लौटना पड़ा।
इस सीरीज के बाद भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी 6 में से 4 टेस्ट जीतने थे। टीम ने बांग्लादेश को 2-0 और ऑस्ट्रेलिया को 2-1 के अंतर से हराया और फाइनल में जगह बना ली। हालांकि, फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ गया।
भारत और इंग्लैंड के बीच 25 से 29 जनवरी को पहला टेस्ट खेला जाएगा। फिर 2 से 6 फरवरी तक दूसरा टेस्ट, 15 से 19 फरवरी तक तीसरा टेस्ट, 23 से 27 फरवरी तक चौथा टेस्ट और 7 से 11 मार्च तक पांचवां टेस्ट मैच खेला जाएगा।