कतर और तालिबान ने बुधवार को काबुल और दोहा के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने पर सहमति जताई है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार एक आपसी समझौते के आधार पर अफगानिस्तान के परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि अफगान और कतरी एयरलाइंस हर हफ्ते दोहा-काबुल के लिए उड़ानें संचालित करेंगी।
मंत्रालय के एक प्रवक्ता इमामुद्दीन अहमदी ने कहा कि इस्लामिक अमीरात और कतर ने काबुल-दोहा के बीच उड़ानें शुरू करने के लिए एक समझौता किया है। अफगान एयरलाइंस दोहा के लिए उड़ानें संचालित करेगी और कतरी एयरलाइंस काबुल के लिए उड़ान भरेगी। विशेषज्ञों के अनुसार काबुल और दोहा के बीच उड़ानें शुरू होने से अफगानिस्तान के विमानन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। एक अर्थशास्त्री सैयद मसूद ने कहा कि कतर से अफगानिस्तान और अफगानिस्तान से कतर के लिए उड़ानों की शुरुआत अफगानिस्तान विमानन के लिए एक बड़ा कदम है।
अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (एसीएए) के पूर्व प्रमुख ने कहा कि काबुल और कतर के बीच उड़ानों से टिकटों की कीमत कम करने और देश में विमानन सेवा में सुधार करने में मदद मिलेगी। एसीए के पूर्व प्रमुख मोहम्मद कासिम वफायजादा ने कहा कि अफगानिस्तान उड़ानों के लिए तुर्की और यूएई जैसे अपने दो मुख्य पारगमन केंद्रों पर निर्भर है और अब कतर के लिए उड़ाने शुरू होना काफी मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि कतर एयरवेज एक प्रसिद्ध एयरलाइन है, जिसे 173 गंतव्यों तक उड़ान भरने की अनुमति है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार वफायजादा के अनुसार काबुल और दोहा ने 2005 में द्विपक्षीय हवाई उड्डयन सहयोग के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन राजनीतिक मुद्दों के कारण दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू नहीं हो पाई थीं। इससे पहले मंगलवार को कतर ने तालिबान के साथ दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद काबुल हवाई अड्डे से चार्टर्ड निकासी उड़ानें फिर से शुरू करने पर सहमति जताई थी। इस बीच तुर्की, कतर और तालिबान के अधिकारियों के बीच एक त्रिपक्षीय बैठक में काबुल हवाई अड्डे के प्रबंधन और संचालन के बारे में कई प्रमुख मुद्दों पर सहमति बनी थी।