28 बेडरूम वाली हवेली में रही हैं एक्ट्रेस सोमी अली, फिर भी इस बड़ी वजह से नहीं करतीं खरीदारी में पैसे खर्च

 बॉलीवुड की पूर्व पाकिस्तानी अभिनेत्री सोमी अली अपनी निजी जिंदगी के बारे में खुलासा करने की वजह से चर्चा में हैं। वह अक्सर अपने इंटरव्यूज में कई खुलासे करती रहती हैं। सोमी अली अब अभिनय की दुनिया से दूर एक एनजीओ चलाते हैं। उनका एनजीओ घरेलू हिंसा से पीड़ित लोगों की मदद करता है। अब सोमी अली ने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बात की है।

सोमी अली ने हाल ही में अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने फिल्मी करियर के साथ निजी जिंदगी को लेकर ढेर सारी बातें कीं। सोमी अली से पूछा गया कि वह अपने मानवीय कार्यों के लिए कैसे आर्थिक सपोर्ट हासिल करती हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वह एक धनी परिवार से संबंध रखी हैं। ऐसे में उन्हें कभी अपने एनजीओ को चलाने में आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ा।

सोमी अली ने कहा, बिना आंसू के काम करना मुझे खुश करता है। जहां तक धन की बात है, मेरे पिता बहुत धनी थे। हम एक 28-बेडरूम वाली हवेली में रहते थे, जिसमें पहली मंजिल पर एक स्टूडियो था। मेरे पिता ने एक कैमरामैन के रूप में शुरुआत की थी और पाकिस्तान में एक निर्माता के रूप में अपनी पहली फिल्म से लाखों डॉलर कमाए। जब बिना परेशानी के काम करने की बात आती है तो पैसे का मेरे लिए कोई मतलब नहीं है, क्योंकि हमें और लोगों की जान बचाने के लिए दान की जरूरत है।’

सोमी अली ने आगे कहा, मैं एक होमबॉडी हूं। मैं अविवाहित हूं। मैं हीरे जैसी चमकदार वस्तुओं की ओर आकर्षित नहीं होती। सामान्य चीजें मुझे खुश करती हैं। मैं बहुत खरीदारी नहीं करती। मेरा ज्यादातर समय पीड़ितों के साथ जाता है, इसलिए मेरे पास किसी और चीज के लिए समय नहीं है। मेरे जीवन में कीमती चीजों का शून्य मूल्य है। यदि आप आभारी हैं, तो आपको वापस देना होगा। यह इस धरती पर किराया देने जैसा है।’

बॉलीवुड में एक छोटे से करियर के बाद सोमी अली ने अभिनय की दुनिया को अलिवाद कह दिया। उन्होंने सलमान खान, सुनील शेट्टी, मिथुन चक्रवर्ती और सैफ अली खान जैसे बड़े अभिनेताओं के साथ काम किया था, लेकिन सोमी ने अपने करियर को पीछे छोड़ दिया क्योंकि उन्हें अभिनय में कोई दिलचस्पी नहीं थी। उनका मनाना है उसका एनजीओ उनके जीवन का ‘उद्देश्य’ है। सोमी ने अक्सर अपने खिलाफ यौन हिंसा की कई घटनाओं के बारे में बात करती हैं जिसने उन्हें अपना संगठन शुरू करने के लिए प्रेरित किया गया।