अभिनेता प्रेम नाथ आर्मी ट्रेनिंग से भागकर मुंबई पहुंचे थे, फिल्में फ्लॉप हुईं तो इंडस्ट्री छोड़ बने संन्यासी

प्रेम नाथ …एक ऐसे एक्टर जिसका सपना तो था हीरो बनने का, लेकिन किस्मत ने उन्हें बना दिया फिल्म जगत का उम्दा विलेन। पेशावर में जन्मे प्रेम नाथ भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद मध्य प्रदेश में जाकर बस गए। पिता पुलिस विभाग में थे तो उन्होंने प्रेम नाथ की भी भर्ती आर्मी में करा दी, लेकिन एक्टिंग का जुनून इतना कि वहां से प्रेम नाथ निकल कर पहुंच गए सपनों की नगरी मुंबई।

मुंबई जाकर पृथ्वी थिएटर से जुड़े और अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। पहली फिल्म से कामयाबी मिली तो फिल्मों का सिलसिला बढ़ता गया। फिल्म शूटिंग के दौरान ही उन्हें एक्ट्रेस बीना राय से प्यार हुआ और उन्हीं से शादी भी कर ली। उनकी पर्सनल लाइफ में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन प्रोफेशनल लाइफ में दिक्कतें आने लगीं। जहां एक तरफ बीना राय कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रही थीं तो वहीं दूसरी तरफ प्रेम नाथ बतौर हीरो खुद को स्थापित करने में नाकामयाब हो रहे थे।

फिल्मों में खुद की नाकामयाबी से प्रेम नाथ इतने हताश को गए थे कि उन्होंने कुछ सालों के लिए फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली। इस दौरान वो संन्यासियों की तरह जीवन जीने लगे। हालांकि कुछ साल बाद प्रेम नाथ ने फिल्मों में कमबैक किया, लेकिन इस बार हीरो नहीं, विलेन के तौर पर। करियर की दूसरी पारी में उनको सिर्फ कामयाबी हाथ लगी। जानी दुश्मन जैसी फिल्मों में प्रेम नाथ ने विलेन के किरदार में खुद को बेहतरीन ढंग से ढाल कर खलनायकी को नई परिभाषा दी।
प्रेम नाथ मल्होत्रा का जन्म 21 नवंबर 1926 को पेशावर में हुआ था। जब भारत-पाकिस्तान का विभाजन हुआ तो उनका परिवार जबलपुर, मध्य प्रदेश में जाकर बस गया। बचपन से ही प्रेम नाथ को फिल्मों का बहुत शौक था और वो पृथ्वीराज कपूर के बहुत बड़े फैन भी थे। इसी वजह से वो अक्सर पृथ्वीराज कपूर को खत लिखा करते थे कि वो इन्हें फिल्मों में काम दिलवा दें।

वहीं प्रेम नाथ के पिता पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर थे। उनके पिता जी की यही ख्वाहिश थी कि उनका बेटा भी देश की सेवा करे, इसलिए उन्होंने प्रेम नाथ की भर्ती आर्मी में करवा दी।

वहां जाने पर भी प्रेम नाथ का मन फिल्मों में ही रमा रहता था। इसी दौरान उन्होंने अपने पिता जी को एक खत लिख कर कहा कि मुझे एक बंदूक की जरूरत है, जिसके लिए मुझे 100 रुपए चाहिए। पिता ने प्रेम नाथ को 100 रुपए भेज दिए और वो उन 100 रुपए से पहुंच गए सपनों की नगरी मुंबई।
मुंबई पहुंचने के बाद प्रेम नाथ सीधे पृथ्वीराज कपूर के पास उनसे मिलने चले गए। दोनों की मुलाकात हुई और प्रेम नाथ ने पृथ्वीराज कपूर से कहा कि आप मुझे अपना चेला बना लो और पृथ्वी थिएटर का हिस्सा भी। उनके व्यवहार से पृथ्वीराज कपूर इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने पृथ्वी थिएटर में प्रेम नाथ को दाखिला दे दिया। वहीं पर उनकी दोस्ती पृथ्वीराज कपूर के बेटे राज कपूर से हुई। दोनों की दोस्ती बहुत गहरी थी, लेकिन कोई भी नहीं जानता था कि आगे चलकर यही दोस्ती रिश्तेदारी में तब्दील हो जाएगी।
इसके बाद प्रेम नाथ ने 1948 में रिलीज हुई फिल्म अजीत से एक्टिंग डेब्यू किया। अजीत पहली रंगीन फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म में प्रेम नाथ के साथ मोनिका देसाई नजर आईं थीं। पहली फिल्म के बाद प्रेम नाथ, राज कपूर की पहली डायरेक्टोरियल फिल्म आग और बरसात में नजर आए।

1953 में प्रेम नाथ की फिल्म औरत रिलीज हुई। इस फिल्म में उनके अपोजिट बीना राय कास्ट की गई थीं। फिल्म शूटिंग के दौरान ही दोनों स्टार्स के बीच नजदीकियां बढ़ी्ं, जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली।
फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक और सूझबूझ थी, इसलिए बीना राय संग प्रेम नाथ ने एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी P.N फिल्म्स की शुरुआत की। इस बैनर तले कई फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन अधिकतर फ्लॉप रहीं। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा फोकस एक्टिंग करियर में दिया।
जहां एक तरफ शादी के बाद बीना राय अनारकली, ताजमहल और घूंघट जैसी फिल्मों से शोहरत बटोर रही थीं, वहीं दूसरी तरफ प्रेम नाथ के हाथ असफलता लग रही थी। आलम ये था कि उनके घर पर जो शादी-समारोह का कार्ड आता था, उस पर लिखा होता था- Mr & Mrs Rai। अधिकतर डायरेक्टर भी उनके घर पर बीना राय को कास्ट करने के मकसद से जाते थे, लेकिन प्रेम नाथ को लगता था कि वो उनके लिए फिल्मों के ऑफर लाए हैं। उनकी जिंदगी की कहानी हूबहू फिल्म अभिमान की कहानी जैसी हो गई थी।

पत्नी की सफलता से उन्हें कोई गम नहीं था, लेकिन खुद की नाकामयाबी उन्हें परेशान करती थी। इसी वजह से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से कुछ सालों के लिए दूरी बना ली। उस दौरान वो संन्यासियों के तरह जिंदगी जीते थे।
फिल्मों से लंबे समय तक दूर रहने के बाद प्रेम नाथ ने फिल्म जाॅनी मेरे नाम से कमबैक किया था। हीरो के रोल में जब हिट नहीं हुए तो उन्होंने बतौर विलेन फिल्मों में काम करना शुरू किया, जिससे उन्हें जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली। एक के बाद एक हिट फिल्मों में नजर आने के बाद प्रेम नाथ हाईएस्ट पेड एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हो गए।
फिल्म बाॅबी में प्रेम नाथ ने बॉबी बनी डिंपल के पिता (जैक ब्रैगेंजा) का किरदार निभाया था। इस किरदार के लिए उन्हें बहुत सराहना मिली थी। जैक ब्रैगेंजा एक मछुआरे थे। इस रोल में खुद को बेहतर ढंग से ढालने के लिए प्रेम नाथ कुछ दिनों तक मुंबई के मछुवारों के साथ रहे थे। उनका ये मानना था कि साथ में रहने की वजह से वो जैक ब्रैगेंजा के किरदार को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे।
प्रेम नाथ और मधुबाला ने साथ में बादल, आराम और साकी जैसी फिल्में की थीं। इन फिल्मों की शूटिंग के दौरान ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी थी और दोनों शादी भी करना चाहते थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों ने एक-दूसरे को 6 महीने तक डेट किया था।

प्रेमनाथ चाहते थे कि मधुबाला हिंदू धर्म अपनाकर उनसे शादी कर ले। मधुबाला दरअसल मुस्लिम थीं और पठान परिवार से थीं। प्रेम नाथ की ये बात मधुबाला को कतई मंजूर नहीं थीं इसलिए दोनों ने दूरी बना ली। मधुबाला से दूर हो जाने के बाद भी प्रेम नाथ उन्हें बहुत चाहते थे, लेकिन उसी बीच दिलीप कुमार और मधुबाला के अफेयर की भी चर्चा जोरों पर थी। दोनों ने साथ में कई फिल्में भी कीं।

जब मधुबाला और दिलीप कुमार के रिश्ते की बात प्रेम नाथ को पता चली तो उन्होंने पूरी तरह से अपने कदम पीछे खींच लिए। दरअसल, दिलीप कुमार और प्रेम नाथ दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। धर्म के नाम पर वो मधुबाला को पहले ही खो चुके थे इसलिए वो नहीं चाहते थे कि दिलीप साहब से उनकी दोस्ती खराब हो जाए।
शुरुआत से ही प्रेम नाथ और राज कपूर अच्छे दोस्त थे। राज कपूर की कई सारी फिल्मों में प्रेम नाथ नजर भी आए थे। एक बार राज कपूर, प्रेम नाथ के साथ रीवा गए थे जहां राज कपूर को कृष्णा पहली नजर में ही पसंद आ गई थी और दोनों ने शादी कर ली थी। वहीं प्रेम नाथ की दूसरी बहन उमा की शादी एक्टर प्रेम चोपड़ा से हुई थी।
प्रेम नाथ ने अमेरिकन फिल्म केंनरे में भी काम किया था। ये फिल्म 1969 में रिलीज हुई थी। इसके अलावा उन्होंने अमेरिकन टीवी शो ‘माया’ में 1967 से लेकर 1969 तक काम किया था। प्रेम नाथ आखिरी बार हिंदी फिल्म ‘हम दोनों’ में नजर आए थे।1992 में 65 साल की उम्र में प्रेम नाथ का हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया।