एक्टर पंकज त्रिपाठी बीते दिनों बिहार के गोपालगंज स्थित अपने गांव बेलसंड में थे। 21 अगस्त को पंकज के पिता का 99 वर्ष की उम्र में स्वर्गवास हुआ था।
1 सितंबर को पिता का श्राद्धकर्म सम्पन्न करने के बाद पंकज अपने गांव से वाराणसी गए थे। वहां से लौटने के बाद से ही वे अपने गांव के स्कूल संवारने में लगे हुए थे।
दरअसल, पंकज ने अपने पिता की याद में गांव में स्थित एक हायर सेकेंडरी स्कूल में बुक लाइब्रेरी खोली है। पंकज ने अपने बड़े भाई बिजेंद्र तिवारी और भतीजे मदेश तिवारी के साथ मिलकर इस स्कूल में एक लाइब्रेरी की स्थापना की है।
इस लाइब्रेरी में रोचक और प्रेरणादायक कहानियों की किताबों के अलावा अन्य सिलेबस से जुड़ी किताबों का भी संग्रह किया गया है।
इस बारे में बात करते हुए पंकज ने कहा, ‘इस लाइब्रेरी को मैंने अपने पिता पंडित बनारस तिवारी की याद में समर्पित किया है। मैं बेलसंड, गोपालगंज के स्टूडेंट्स के दिलों में ज्ञान और साहित्य के प्रति आजीवन प्रेम पैदा करना चाहता हूं।
एजुकेशन ही वो सबसे बड़ा गिफ्ट है जो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को दे सकते हैं। इसके साथ ही उनके सीखने की यात्रा में योगदान देना मेरे लिए सम्मान की बात है।’
वर्क फ्रंट की बात करें तो त्रिपाठी जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म ‘फुकरे 3’ में नजर आएंगे। 28 सितंबर को रिलीह होने जा रही इस फिल्म में वे कॉमेडी करते दिखेंगे। इसके अलावा वे अटल बिहारी बायोपिक की शूटिंग पूरी कर चुके हैं। पंकज को हाल ही में फिल्म ‘मिमी’ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला है।