अपनी एक्टिंग के दम पर इंडस्ट्री में अलग मुकाम हासिल करने वाले एक्टर केके मेनन किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनकी अगली फिल्म ‘लव ऑल’ 25 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
सुधांशु शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में केके एक बैडमिंटन प्लेयर के पिता के रोल में नजर आएंगे। कहानी में उनकी बैक स्टोरी भी काफी अहम है।
मेरे किरदार का नाम सिद्धार्थ शर्मा है। मैं एक पूर्व बैडमिंटन प्लेयर और पिता का रोल प्ले कर रहा हूं। बाप-बेटे की इस फिल्मी कहानी में स्टार बैडमिंटन है। बाप को अपने जीवन के अनुभवों से लगता है कि रोजमर्रा की जिंदगी में स्पोर्ट्स का कोई काम नहीं है। ऐसे में वो अपने बेटे के बैडमिंटन खेलने के खिलाफ है। बाकी जिस तरह हर फिल्म के लिए नॉर्मल तैयारी की जाती है, वैसी ही इसके लिए भी की गई।
फिल्म में एक्चुअल बैडमिंटन प्लेयर्स को कास्ट किया गया है। इनमें से कई इंडिया को रिप्रेजेंट करते हैं। उनका गेम देखना ही एक अलग अनुभव रहा। मैं सेट पर बैठकर उनका मैच देखता रहता था, तब लगता था कि काश..मैं भी इनके जैस खेल पाता।
मुझे वैसे भी स्पोर्ट्स पसंद है। स्कूल-कॉलेज में दौड़ में काफी भाग लेता था। मैंने जब यह कहानी सुनी तब थोड़ा डर रहा था। लेकिन इस स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म को बड़े अच्छे से बनाया गया है इसलिए इसे करने के बाद एक तृप्ति मिली। हमने स्पोर्ट्स को साइड हीराे के तौर पर नहीं, बल्कि एक स्टार की तरह पेश किया है। स्पोर्ट्स स्टेडियम में शूट करते हुए तो मुझे काफी मजा आया। खेलने का भी मौका मिला।
मैं संघर्ष को नहीं मानता। अगर यहां तक पहुंचने का संघर्ष देखूंगा, तो वह एक निराशावादी सोच होगी। मुझे सफर के सारे एक्सपीरियंस अच्छे लगते हैं और वह सब मेरे काम भी आए हैं। मैं खुद को जिद्दी मानता हूं। मुझे आर्ट से गहरा लगाव है इसलिए मुझे मेरा सफर संघर्ष से भरा नहीं लगता।
कहानी अच्छी होनी चाहिए। किरदार की अच्छी-खासी जिम्मेदारी होनी चाहिए। इसके अलावा पैसे भी अच्छे होने चाहिए। मेरे सामने जो किरदार आता है, उसमें से ही छांट लेता हूं बाकी सब मनगढ़ंत होता है। मेरा ऐसा कोई ड्रीम रोल नहीं है, जिसे निभाना चाहता हूं। मेरा ड्रीम अलग और रोल अलग है।