अभिनेता करण मेहरा अपनी पर्सनल लाइफ से बने हुए हैं खबरों में, कहा – ‘छिपाने के लिए कुछ नहीं’

अभिनेता करण मेहरा (Karan Mehra) बीते कुछ वक्त से अपनी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर खबरों में बने हुए हैं। करण मेहरा और निशा रावल (Nisha Rawal), तलाक को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बीच करण मेहरा ने कहा है कि वो चाहते हैं कि उनका तलाक भी हॉलीवुड एक्टर जॉनी डेप (Johnny Depp) और एंबर हर्ड (Amber Heard) की तरह पब्लिक के लिए लाइव स्ट्रीम हो। याद दिला दें कि जॉनी और एंबर केस में एक्टर को जीत मिली थी। ऐसे में करण भी चाहते हैं कि इस केस की लाइव स्ट्रीमिंग हो।बता दें कि करण मेहरा और निशा रावल बीते करीब 9 साल से साथ थे, हालांकि बीते साल निशा ने करण पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे। इसके बाद मई 2021 में अभिनेता को गिरफ्तार कर लिया गया था। करण ने जेल से बाहर आने के बाद सभी आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया था और कहा था कि वो सच्चाई सामने लाएंगे। ऐसे में अब करण मेहरा ने इस बारे में सिद्धार्थ कनन से बात की है और कई सवालों के जवाब दिए हैं।
करण मेहरा से सिद्धार्थ कनन से बात करते हुए पूछा कि क्या उन्हें मौका मिले तो वो भी अपना तलाक स्ट्रीम करवाना चाहेंगे। इस पर करण ने कहा, ‘ये भारत में होता नहीं है। ये कुछ ऐसा है, जिसके बारे में मैंने सोचा नहीं है, लेकिन चूंकि मैं बीते लंबे वक्त से इन सब से जूझ रहा हूं तो केसे, ड्राफ्ट, वकील, और काफी सारी चीजें कोर्ट और कानून के बारे में सीख और समझ गया हूं। तो केस स्ट्रीमिंग यहां नहीं होती है, लेकिन अगर ऐसा मौका मिला तो मैं जरूर ऐसा करवाना चाहूंगा, क्योंकि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। मैंने करीब 1500 पन्नों का ड्राफ्ट तैयार किया है, जिसका हर पेज मैंने खुद लिखा है। ‘
गौरतलब है कि एक जून 2022 को जॉनी डेप की पूर्व पत्नी एम्बर हर्ड के खिलाफ मानहानि के मुकदमे में डेप के पक्ष में फैसला सुनाया था। हर्ड ने दावा किया था कि डेप ने अपनी शादी से पहले और बाद में उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। जूरी ने हर्ड का पक्ष भी लिया और कहा कि डेप के वकील ने उन्हें बदनाम किया था और उनके दुर्व्यवहार के आरोपों को धोखा कहा था। जूरी सदस्यों ने कहा कि डेप को हर्ज़ाने के रूप में एक करोड़ 50 लाख डॉलर का भुगतान किया जाना चाहिए, जबकि हर्ड को 20 लाख डॉलर मिलने चाहिए। डेप ने दिसंबर 2018 के ऑप-एड में फेयरफैक्स काउंटी सर्किट अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया था। उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट में हर्ड के एक आलेख को लेकर मुकदमा किया था।