लखनऊ में निजी अस्पतालों की मनमानी कोविड के बाद भी जारी हैं। डेंगू पीड़ित बच्चे के परिजनों से इलाज के नाम पर 6 लाख रुपये वसूलने के आरोप एक निजी अस्पताल पर लगा हैं। परिजनों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। विभाग की तरफ से परिजनों से इलाज और दवाओं से जुड़े बिल और पेमेंट डिटेल्स मांगी हैं। मामला सुल्तानपुर रोड पर बने निजी अस्पताल से जुड़ा बताया जा रहा हैं।
सुलतानपुर रोड के अहिमामऊ स्थित निजी अस्पताल में प्रयागराज निवासी लवी जायसवाल ने डेंगू पीड़ित बेटे अंशू को भर्ती कराया था। बच्चे की प्लेटलेट्स 36 हजार थीं। अस्पताल ने बच्चे को करीब आठ दिन तक वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा। मां कंचन का आरोप है कि जांच और दवाओं के नाम पर करीब छह लाख रुपये वसूल लिए गए। परिजनों ने अस्पताल में हुई वसूली की शिकायत सीएमओ कार्यालय में की।
निजी अस्पतालों के नोडल अफसर डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी सिंह का कहना है कि परिजनों से इलाज व दवाओं के बिल मांगे जाएंगे। जांच में अधिक शुल्क लिए जाने की पुष्टि होने पर अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वही लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि मामले बेहद गंभीर हैं। प्रकरण के जांच के आदेश जारी किए गए हैं। नियमों को ताक पर रखकर काम करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कठोर एक्शन होगा।