चोरी की लग्जरी कारों में एक्सीडेंटल गाड़ियों का चेचिस और इंजन नंबर डालकर बेचने वाले दो कार बाजार के मालिकों को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह लोग इलेक्ट्रानिक डिवाइस की मदद से डुप्लीकेट चाभी बनाकर गाड़ियां चोरी करते थे। इसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर बिहार, दिल्ली, मध्यप्रदेश और नेपाल में बेचते थे। दोनों की निशानदेही पर आठ कार बरामद की गई हैं।
डीसीपी पूर्वी ह्रदेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार हरदोई अशरफ टोला निवासी अनुभव त्रिपाठी और लखनऊ हुसैनगंज का शाहिद अली कार बजार चलाते हैं।
इनके पास से चोरी की आठ कारें बरामद की गई हैं। गिरोह ने करीब 100 से अधिक गाड़ियां चोरी की हैं। फरार सरगना सत्यम की तलाश में पुलिस की तीन टीमें दबिश दे रही हैं।
जांच में सामने आया है कि यह लोग बीमा कंपनियों की ऑनलाइन नीलामी में क्षतिग्रस्त एक्सीडेंट गाड़ियां खरीदते थे। इसके बाद यह लोग उनके माडल, वाहन, इंजन और चेसिस नंबर की जानकारी जुटाकर उसके पेपर बनवाते थे। जिन्हें चोरी की गाड़ी में गुदवाकर बेच देते थे।
एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि गिरोह के लोग दिल्ली से 70 हजार रुपये में डुप्लीकेट चाभी बनाने के लिए डिवाइस खरीदते थे।
इसके बाद जो गाड़ी इन्हें चोरी करनी होती थी उसके पास जाकर अपनी कार लगाते थे। इसके बाद प्रोग्रामिंग साफ्टवेयर को बदल कर डुप्लीकेट चाभी तैयार करते थे। फिर कार का लाक खोलकर उसे लेकर फरार हो जाते थे।