अपने व्यवसाय और परोपकारी कार्यों के लिए मशहूर अमरगढ़ के आप विधायक जसवंत सिंह वैसे तो अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाओं में तत्काल सुधार लाना चाहते हैं. उन्हें आने वाले महीनों में तेजी से कार्रवाई और बदलाव दिखाई देने की उम्मीद है. इसके साथ उन्होंने अपने वोटरों से चुनाव के दौरान किया गया अपना पहला वादा भी पूरा कर दिया है. जसवंत सिंह ने तनख्वाह के रूप में केवल एक रुपया लेने और पेंशन को छोड़ने का फैसला किया है. जसवंत सिंह ने कहा कि ‘जब मुझे टिकट मिला, तो मैंने घोषणा की थी कि मैं केवल 1 रुपया वेतन के रूप में लूंगा और कोई पेंशन नहीं लूंगा. हमारा राज्य पहले से ही वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहा है और हमें इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.’
विधायक जसवंत सिंह ने कहा कि व्यापार और सामाजिक कार्यों से जुड़े होने के कारण मैं सभी लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध हूं और मैं अपने अधिकांश वोटरों को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, क्योंकि मैं निर्वाचन क्षेत्र से ही हूं. हमारी सरकार ने पहले दिन से काम शुरू कर दिया है.’ जसवंत सिंह को चुनाव में 44,523 वोट मिले जबकि शिअद (ए) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान को 38,480 वोट मिले.जसवंत सिंह ने कहा कि वे अपने मतदाताओं से किए गए सभी चुनावी वादों को पूरा करने के लिए गंभीर हैं. अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने अपने मतदाताओं से ज्यादा बड़े-बड़े वादे नहीं किए. जसवंत सिंह ने केवल वही वादे किए, जिन्हें पूरा किया जा सकता है. जसवंत सिंह ने कहा कि ‘मैं मतदाताओं की सेवा करने के लिए राजनीति में हूं, न कि दूसरी पार्टियों के अन्य उम्मीदवारों की तरह, जो वोटरों को बेवकूफ बना रहे हैं.अमरगढ़ के आप विधायक जसवंत सिंह ने कहा कि ‘हमारी सरकार ने पहले दिन से काम शुरू कर दिया है और सभी को कुछ समय में बदलाव देखने को मिलेगा. नतीजे आने से पहले भी मैं अपने क्षेत्र के लिए काम कर रहा था.’ गौरतलब है कि अमरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में 120 पंचायतों के अलावा दो शहरी क्षेत्र हैं, जिनमें अमरगढ़ और अहमदगढ़ शामिल हैं. पहले अमरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र संगरूर जिले का हिस्सा था, लेकिन अब यह मलेर कोटला जिले के अंतर्गत आ गया है.