उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation)पर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद सुजीत पवार ने 100 करोड़ रुपये के विज्ञापन घोटाले का आरोप लगाया है। AAP पार्षद ने इस मामले की शिकायत सीबीआई (CBI) मुख्यालय में जाकर की।
सुजीत पवार ने शिकायत की है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 550 यूनीपोल लगाने की ही अनुमति है। इसके बावजूद यहां इससे 5 गुना अधिक यूनिपोल लगे हैं। हर महीने एक यूनिपोल से कम से कम 2 लाख रुपये का किराया आता है। ये पैसा सरकारी खजाने में न जाकर निगम अधिकारी और नेताओं की जेब में जाता है।
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स तोड़ने का आरोप
पवार ने अपनी शिकायत में नगर निगम द्वारा सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स तोड़ने का आरोप भी लगाया है। पवार ने शिकायत की है कि यूनीपोल के लाइसेंस देते वक्त सुप्रीम कोर्ट की तोड़ा गया है। कोर्ट की गाइडलाइन्स के अनुसार रेड लाइट पर यूनीपोल की इजाजत नहीं है साथ ही एक यूनीपोल की दूसरे से दूरी कम से कम 75 मीटर होनी चाहिए। इन सबका ध्यान भी नहीं रखा गया है।
BJP ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
AAP पार्षद के इन आरोपों पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समीति के अध्यक्ष जयप्रकाश का कहना है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं। नगर निगम के प्रत्येक यूनिपोल का आंकड़ा सुरक्षित है। इन आरोपों पर हम किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहते।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक दूसरे को घेरने का कोई मुद्दा नहीं छोड़ रही है। बीजेपी की ओर से भी दूषित पानी और दिल्ली प्रदूषण को लेकर लगातार केजरीवाल सरकार पर हमले किए जा रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी भी बीजेपी को प्रदूषण नियंत्रणके लिए कोई काम न करने के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है।