गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज टूट गया जिससे अब तक तीस लोगों की मौत की खबर है। हादसे के समय पुल पर 300 से अधिक लोग सवार थे। करीब दो सौ साल पुराना यह पुल रियासत काल में बनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से जानकारी मांगी व हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार आर्थिक मदद देने की घोषणा की।
झूलता पुल रविवार शाम अचानक टूट गया। पुल पर 300 के करीब लोग मौजूद थे जो सभी मच्छू नदी में जा गिरे। पुल के साथ नदी में गिरे लोग तैरते व पुल के केबल के जरिए ऊपर चढते नजर आए।
38 साल पहले गुजरात में एक बांध हादसा हुआ था जिसमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक एक हजार लोग मारे गये थे। विपक्ष के मुताबिक25 हजार लोग मरे थे। 11 अगस्त 1979 को दोपहर करीब सवा तीन बजे मच्छू डैम टूट गयाथा, इसके चलते 15 मिनट में ही पूरा शहर पानी में डूब गया था। दो घंटे के अंदर मकान और इमारतें ढहने लगीं। और देखते ही देखते हजारों पशु व लोग काल कवलित हो गये थे।