कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ उनके ही मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने राज्यपाल से शिकायत की है। ग्रामीण विकास मंत्री ईश्वरप्पा ने मुख्यमंत्री पर अपने विभाग के मामलों में सीधा दखल देने का आरोप लगाया है।
शिवमोगा के वरिष्ठ भाजपा नेता लंबे समय तक येदियुरप्पा के बेहद करीबी रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात और पांच पेज का एक शिकायती पत्र सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री के काम करने के तौर तरीके पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने अपने ग्रामीण विकास विभाग के कुछ प्रशासनिक मामलों के बारे में राज्यपाल को बताया है। उन्होंने विस्तार से पूरे मामले की समीक्षा की है। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह मुख्यमंत्री को नियमों का पालन करने को कहें और कैबिनेट के सदस्यों को उनका काम करने दें।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि वह इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते हैं। उन्हें जो कुछ भी कहना था, उन्होंने राज्यपाल से कह दिया है। अब जो कुछ भी करना है वह राज्यपाल को करना है। भाजपा के सूत्रों की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राज्यपाल को सौंपे पत्र में ईश्वरप्पा ने कहा है कि विधायकों के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने उनकी अनदेखी करते हुए उनके विभाग के 774 करोड़ रुपये आरडीपीआर विभाग के तहत आवंटित कर दिया है। मुख्यमंत्री के कार्यालय की तरफ से फंड जारी करने के लिए आरडीपीआर के प्रधान सचिव पर शासनादेश जारी करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। उन्होंने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर इस फंड को जारी होने से रोक दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा सीधे उनके विभाग में दखल दे रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी इससे अवगत कराया है।