अपर आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल अमरपाल सिंह की कोर्ट में राजेंद्र बनाम रामशरण का मुकदमा चल रहा था. मुकदमा के अधिवक्ता का कहना है कि रुपए ना देने की वजह से उन्हें जानबूझकर मुकदमा हरवा दिया गया। अपर आयुक्त अमरपाल सिंह का पेशकार रामगोविंद मुकदमा जिताने के लिए 11 लाख रुपए मांग रहा था। जिसकी वॉइस रिकॉर्डिंग भी है। साथ ही वीडियो भी वायरल हो रहा है। कमिश्नरी कार्यालय के अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर के इस बड़े भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कार्यवाही की मांग की है। वही अपर आयुक्त अमरपाल सिंह का कहना है कि पेशकार राम गोविंद को हटा दिया गया है। और पूरे मामले की जांच न्यायिक अपर जिलाधिकारी को दे दी गयी है।लेकिन अधिवक्ताओं का कहना है कि मंडल स्तर के अधिकारी के ऊपर की जांच जिले स्तर का अधिकारी कैसे कर लेगा। पेशकार के साथ-साथ अपर आयुक्त की भी जांच होनी चाहिए। तभी इस पूरे भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकेगा.
रिपोर्ट- राजकुमार दस्तक 24 न्यूज़ बांदा