कोरोना वायरस के चलते देश में 21 दिनों का लॉकडाउन, जानें क्या खुलेगा, क्या रहेगा बंद

कोरोना वायरस के लगातार सामने आते मामलों के बीच देशभर को लॉकडाउन (21 Days Lockdown) कर दिया गया है। कोरोना के अब तक देश में 500 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 11 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रात आठ बजे राष्ट्र के नाम संबोधन में लॉकडाउन का ऐलान किया। उन्होंने इस लॉकडाउन को कर्फ्यू जैसा ही बताया। पीएम मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो जहां हैं, वहीं रहें। यह लॉकडाउन आपके भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने लोगों से किसी भी कीमत पर घर के बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का संकल्प जो हमने लिया था उसकी सिद्धी के लिए भारत के लोगों ने योगदान दिया।

तीन सप्ताह तक चलने वाले इस देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कई जरूरी सेवाओं को छूट मिलती रहेगी। इस दौरान सब कुछ बंद रहेगा लेकिन कुछ चीजों को छूट दी गई है जो कि सीधे आम जनता की जरूरत से जुड़ी हुई है। लॉकडाउन के दौरान राशन, किराना, फल, सब्जी, दूध, मछली, मीट, चारा की दुकानें खुली रहेंगी।

लॉकडाउन के दौरान क्या खुलेगा, क्या रहेगा बंद, जानें यहां

 लॉकडाउन के दौरान सभी परिवहन सेवाएं (सड़क, रेल और हवाई) स्थगित रहेंगी।
 नियमों का पालन कराने को जिलाधिकारी द्वारा कार्यकारी मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे।
 उचित मूल्य की दुकानें और खाद्य, किराना, फल, सब्जी, डेयरी, मांस, मछली, पशु चारे की दुकानें खुली रहेंगी।
 रक्षा प्रतिष्ठान, रसोई गैस, पेट्रोल पंप, आपदा प्रबंधन, पोस्ट ऑफिस, एनआईसी और मौसम संबंधी एजेंसियां काम करती रहेंगी।
बिजली, पानी और स्वच्छता, नगर निगम से जुड़ी संस्थाएं भी काम करती रहेंगी।
बैंक, बीमा कार्यालय और एटीएम भी पहले की तरह काम करते रहेंगे।

क्या बंद रहेगा?

 सभी फैक्ट्री, वर्कशॉप, ऑफिस, गोदाम, हफ्ते में लगने वाले बाजार बंद रहेंगे। केंद्र और राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी दफ्तर, ऑटोनॉमस ऑफिस और कॉर्पोरेशन बंद रहेंगे।

– जानें कौन रहेगा ड्यूटी पर पुलिसकर्मी, चिकित्सा सेवाओं से जुड़े लोग, मीडियाकर्मी और सफाईकर्मी अपनी सेवाएं देते रहेंगे।

जानें पीएम मोदी ने संबोधन में और क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्र के नाम अपने दूसरे संबोधन में कहा कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद चुनौती बढ़ती जा रही है। सभी देशों के दो महीने के अध्ययन से निष्कर्ष निकल रहा है कि इस वैश्विक महामारी से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंसिंग यानी एक दूसरे से दूर रहना। अपने घर में ही बंद रहना। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण के साइकल को तोड़ना होगा।