शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. पाकिस्तान की ओर से LoC पर किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल दागे है.
शुक्रवार के सामना में लिखा, “कश्मीर में नए साल की शुरुआत अच्छी नहीं हुई. सातारा के जवान संदीप सावंत कश्मीर में शहीद हो गए हैं. नौशेरा क्षेत्र में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में संदीप सावंत सहित दो जवान शहीद हो गए.
गत एक महीने में महाराष्ट्र के सात-आठ जवान शहीद हुए हैं. इसके लिए महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी जिम्मेदार नहीं है, ये समझ लेना चाहिए. बार-बार कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर की परिस्थिति नियंत्रण में है. लेकिन ये कितना सच है?”
सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए सामना में लिखा, “कश्मीर की सीमा पर जिस प्रकार जवानों का खून बह रहा है, उसका सीधा मतलब ये है कि कश्मीर में सब कुछ ठीक नहीं है और पाक समर्थित आतंकवाद तथा घुसपैठ रुकी नहीं है. फिर भी सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक ‘टाम-टूम’ करने का प्रयास किया गया.”
सरकार से सवाल पूछते हुए सामना में लिखा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी आतंकवादियों का मनोबल टूटेगा, यह भ्रांति टूट चुकी है. उल्टे अब बड़ी संख्या में हमले हो रहे हैं. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का दिमाग ठिकाने पर लाने की बात कहकर सरकार ने खूब शेखी बघारी. लेकिन पाकिस्तान की टेढ़ी पूंछ सीधी हुई क्या? उल्टे नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से रोज सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है .’