तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद एनकाउंटर की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। एसआईटी का नेतृत्व राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत करेंगे। गौरतलब है कि गैंगरेप पीड़िता के चार आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद से ही एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे थे। रविवार को इस संबंध में एक सरकारी आदेश जारी किया गया।
आदेश में कहा गया है, “चार व्यक्तियों की मौत के कारण और परिस्थितियों का पता लगाया जाना चाहिए और कारणों को स्थापित किया जाना चाहिए। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि इस मामले की निरंतर जांच और केंद्रित जांच की आवश्यकता है मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया जाता है।”
इसमें कहा गया कि राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत के नेतृत्व वाली आठ-सदस्यीय एसआईटी को “सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार”, राज्य में पंजीकृत अन्य संबंधित मामलों में दर्ज केस की तुरंत जांच करनी चाहिए। एसआईटी को जांच पूरी करनी चाहिए और सक्षम न्यायालय के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए।
पुलिस ने बताई एनकाउंर की वजह
पुलिस के अनुसार, “शुक्रवार सुबह हैदराबाद के एनएच 44 पर पुलिस ने जांच के दौरान क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के लिए आरोपी को अपराध स्थल पर लाया। यहां पर आरोपियों ने पुलिसकर्मियों से हथियार छीन लिए और पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें चेतावनी देते हुए आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन वे गोलियां चलाते रहे। फिर पुलिस ने गोलाबारी की और चारों मुठभेड़ में मारे गए। मुठभेड़ के दौरान पुलिस के दो जवान घायल हो गए। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।”
इन चारों को 29 नवंबर को महिला के साथ बलात्कार करने, उसकी हत्या करने और बाद में शव को जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
एनएचआरसी भी कर रही जांच
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने रविवार को लगातार दूसरे दिन हैदराबाद एनकाउंटर की जांच जारी रखी। पुलिस ने पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को शुक्रवार को एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके एक दिन बाद आयोग की टीम शनिवार को हैदराबाद पहुंची थी। मारे गए आरोपियों के परिजनों को हैदराबाद लाया गया, जहां एनएचआरसी की टीम उनके बयान दर्ज करेगी। टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल का दौरा किया था, जहां चारों आरोपियों के शवों को रखा गया है। टीम में फोरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। टीम ने शवों का परीक्षण किया और यहां से 50 किलोमीटर दूर चट्टनपल्ली गांव का भी दौरा किया। इसी जगह 28 नवंबर को एक पुलिया के नीचे से महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ था। टीम ने पास में ही स्थित मुठभेड़ स्थल का भी दौरा किया था।