विधानसभा में बहुमत के प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार की रविवार को दूसरी परीक्षा है। सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव है। इसके लिए महाविकास अघाड़ी ने कांग्रेस के नाना पटोले को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि भाजपा की ओर से किशन कथोरे मैदान में हैं। वहीं नियमों के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान से होता है, मगर नई सरकार में सत्ता पक्ष इस बार खुले मतदान का प्रस्ताव रख सकता है। शनिवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी खुले मतदान से होगा।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नाना पटोले हमारे उम्मीदवार होंगे। पटोले विदर्भ में साकोली विधानसभा सीट से विधायक हैं। वहीं महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुरबाड से पार्टी के विधायक कथोरे इस पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार होंगे।
कौन है नाना पटोले ?
-एक साल पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए
-2014 में भाजपा के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़ा और एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को हराया
-2017 में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बयानबाजी कर भाजपा से इस्तीफा दे दिया
-2018 में नाना पटोले कांग्रेस में शामिल हो गए और वर्तमान में सकोली से विधायक हैं
-2019 में नितिन गडकरी के खिलाफ नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए
कौन है किशन कथोरे ?
-पांच साल पहले एनसीपी छोड़ भाजपा में आए
-कथोरे ने राजनीति की शुरुआत एनसीपी से की थी.
-2004 में पहला चुनाव अंबरनाथ विधानसभा सीट से लड़ा और शिवसेना के कद्दावर नेता को हराया था
-2009 का चुनाव मुरबाड विधानसभा सीट से लड़ा और जीत दर्ज की
-2014 में किसन कथोरे बीजेपी में शामिल हो गए
-2019 का चुनाव किसन कथोरे ने मुरबाड सीट से ही जीता
पहली परीक्षा पास
महाराष्ट्र विधानसभा में भारी हंगामा और हो हल्ला के बीच शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपनी पहली अग्निपरीक्षा पास की। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने शनिवार को यहां 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के महागठबंधन को विश्वास मत के लिए न्यूनतम 145 वोट की आवश्यकता थी, लेकिन उन्हें कुल 169 मत मिले। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 105 विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया, जबकि चार विधायक तटस्थ रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
भाजपा ने लगाए कई आरोप
महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण अवैध है क्योंकि यह शपथ के निर्धारित ढंग से नहीं हुआ। पाटिल ने यहां विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि मंत्रियों ने शपथ लेते समय अपने नेताओं और अन्य लोगों के नाम लिए जो प्रोटोकॉल के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि इस ”अवैध” शपथ ग्रहण समारोह के विरूद्ध राज्यपाल बी एस कोश्यारी के समक्ष याचिका दायर की जा रही है। पूर्व मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने भाजपा के कालीदास कोलांबकर की जगह राकांपा के दिलीप वालसे पाटिल को कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त करने में नियमों का उल्लंघन किया और विश्वासमत के बाद विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने के औचित्य पर सवाल खड़ा किया।