महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार से मिलने के लिए आज सुबह एनसीपी पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन सिंह भुजबल उनके घर पहुंचे हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि आज सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होनी है। यही वजह है कि सत्ता व विपक्षी पार्टियों के नेता आपस में एक के बाद एक बैठक कर रहे हैं। दूसरी ओर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस से मिलने रविवार रात उनके आवास पर अजित पवार भी पहुंचे थे।
इसी बीच अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने एक खुलासा किया है कि अजित पवार ने 17 नवंबर को शरद पवार के साथ हुई बैठक में ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि वो बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ये बैठक पुणे में हुई थी, जिसमें अजित ने कहा था कि वो शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने ये कहते हुए सबको चौंका दिया था कि एनसीपी को बीजेपी को सरकार बनाने में मदद करनी चाहिए।
यही नहीं बल्कि खबरों से उभर कर यह बात भी सामने आ रही है कि राकांपा के तीन अन्य वरिष्ठ नेताओं व पार्टी के सांसद सुनील तटकरे, विधायक धनंजय मुंडे और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को भी अजित पवार के फैसले व BJP के साथ जाने को लेकर वह क्या सोच रहे हैं, इस बात की जानकारी थी। इसके अलावा आपको बता दें कि तटकरे और मुंडे को अजीत पवार के वफादार माना जाता है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक के तुरंत बाद एनसीपी ने सबसे पहले शिवसेना और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने की घोषणा की।