नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। राज्यसभा के ऐतिहासिक 250वें सत्र की शुरुआत हो चुकी है। इस ऐतिहासिक सत्र की शुरुआत के साथ ही इस बार राज्यसभा के मार्शल अलग लुक में दिखे। राज्यसभा के मार्शलों की यूनिफॉर्म सेना के यूनिफॉर्म से मिलती-जुलती है, जिसे लेकर कांग्रेस सासंद जयराम रमेश ने बात करके लोगों का ध्यान मार्शल के यूनिफॉर्म की ओर आकर्षित किया।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यसभा में बहस के दौरान कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सदन का ध्यान मार्शलों की नई यूनिफॉर्म की ओर आकर्षित किया। सदन का ध्यान खींचते हुए कांग्रेस सासंद जयराम रमेश ने कहा कि क्या आप मॉर्शल लॉ लगाना चाहते हैं? हालांकि उनके इस बयान पर राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने आपत्ति जताई और कहा कि सदन के इतने महत्वपूर्ण घंटे में बिना महत्व के मुद्दों में बर्बाद न करें।
आपको बता दें कि मार्शल की नई यूनिफॉर्म सेना की यूनिफॉर्म से काफी मिलती जुलती है। पिछले साल ही मार्शल की यूनिफॉर्म बदलनी थी, लेकिन अब सदन में मार्शल नए अवतार में दिख रहे हैं। जहां पहले मार्शल सादे पारंपरिक कपड़ों में और सिर पर साफे बांधे दिखते थे, वहीं अब उनकी लुक पूरी तरह बदल लुका है। उनकी नई यूनिफॉर्म सेना की यूनिफॉर्म से मिलती जुलती है। नीले रंग की यूनिफॉर्म के साथ अब साफे की जगह कैप है।अब सर्दी में मार्शलों की यूनिफॉर्म अलग और गर्मी में अलग होगी। हालांकि सिर्फ उसका रंग बदलेगा, पैटर्न नहीं। गर्मियों में मार्शल को इसी स्टाइल में सफेद सूती पोशाक दी जाएगी।
मार्शलों की यूनिफॉर्म को बदलने के पीछे मकसद मार्शल की यूनिफॉर्म को आधुनिक वक्त के अनुरूप लाना था। इसे बदलने से पहले विभिन्न सदनों के मार्शल की पोशाकों का अध्ययन और वेब पर रिसर्च किया गया, जिसके बाद इसका डिजाइन तय कर राज्यसभा के सभापति के सामने रखा गया। उनका अनुमोदन मिलने पर यूनिफॉर्म बदलने का फैसला किया गया।